फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह को भारत के स्टार एथलीट रहे हैं। वह कॉमनवेल्थ गेम्स में एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले और 2010 में कृष्णा पूनिया के डिस्कस थ्रो में गोल्ड जीतने तक एकमात्र भारतीय थे। मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलंपिक में 400 मीटर के फाइनल में सेकेंड के 100वें हिस्से से गोल्ड जीतने से चूक गए थे। उन्होंने उस फाइनल में 45.73 सेकेंड का समय निकालते हुए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था जो 40 सालों तक कायम रहा था। उन्हें देश के चौथे सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया। Read More
1962 के एशियन गेम्स में मिल्खा सिंह और मक्खन सिंह के बाद ये पहली बार है जब ट्रैक एक फील्ड में भारत के दो एथलीटों ने एक ही स्पर्धा में दो मेडल जीते हैं। ...
एक साइकिल चलाने की प्रतियोगिता में लगदीप सिंह पुरी से कहा गया कि हेलमेट पहनना अनिवार्य है। जिसके बाद पुरी ने बाईसाइकल असोसिएशन के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की। उस याचिका में यह कहा गया था कि पगड़ी पहनना सिक्ख धर्म का हिस्सा है और संविधान ...
जिस खिलाड़ी ने गोल्फ की दुनिया में भारत को पहचान दिलाई उसका नाम है जीव मिल्खा सिंह, वह फ्लाइंग सिंख मिल्खा सिंह के बेटे हैं और आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं, जानिए उनकी रोचक कहानी ...