तपती दोपहर, सूखे गले और खाली पेट ये मजदूर कुछ ज्यादा नहीं मांग रहे थे. जालंधर में एक फ्लाइओवर के नीचे ये मजदूर 5 दिन से भूखे प्यासे बैठे हैं. सड़क पर हंगामा करने के लिए मजबूर इन मज़दूरों का कहना है कि वो 5 दिन से भूखे प्यासे बैठे हैं. जब खाना मांगने ...
कई दिनों तक भूखे प्यासे, पैदल, साईकिल, ट्रक जो मिला उस पर सवार होकर मुंबई-पूना से यूपी-बिहार में अपने घर वापस जाते मज़दूरों की कई तस्वीरें हमने देखी होंगी. ये लोग कोरोना के साथ बेरोज़गारी और फिर भूख की दोहरी मार सह नहीं सके और सैंकड़ों किलोमीटर दूर अ ...
तपती दोपहर में इन्होंने मिट्टी खोदना मंज़ूर कर लिया है. ये वापस शहर नहीं जाना चाहते. ऐसा नहीं है कि ये यहां कुछ ज्यादा कमा रहे हैं लेकिन जान ज्यादा कीमती है. हर रोज 200 रुपए की कमाई हो जाती है. मध्य प्रदेश के सिवनी में ये 40 लोग प्रवासी मजदूर हैं. मन ...
उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों के लिए जितनी कम संख्या और रफ्तार से बसें चल रही हैं उससे कहीं ज्यादा रफ्तार से कांग्रेस और यूपी सरकार के बीच चिठ्ठियां चल रही है. दोपहर 3.45 मिनट पर प्रियंका गांधी वाड्रा के निजि सचिव की एक चिठ्ठी फिर आयी. इस बार चिठ् ...
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का 1000 बसें चलाने वाला ऑफर स्वीकर कर लिया है. यूपी सरकार ने प्रियंका गांधी को चिठ्ठी लिखते हुए बिना देर किए प्रवासियों के लिए चलाई जाने वाली 1000 बसों और ...
कोरोना काल में लोग केवल बीमारी से ही दम नहीं तोड़ रहे हैं. भूख, बेरोजगारी, घर वापसी की मजबूरी और सरकारी उदासीनता की वजह से भी लॉकडाउन के पिछले 53 दिन में हर दिन औसत तीन से पांच व्यक्ति ने सड़कों-रेल ट्रैक पर सरकारी व्यवस्था को मुंह चिढ़ाते हुए अपने प ...
पहले महाराष्ट्र का औरंगाबाद फिर यूपी में औरैया और मध्यप्रदेश के गुना, सागर ये वो जगहें हैं जो लॉकडाउन की मार झेल रहे सबसे ज्यादा प्रभावित तबके प्रवासी मजदूरों की कब्रगाहें है. ये जो बोर्ड आप देख रहे हैं जो खुद पर गुदे बिवनी, जबलपुर और बनारस की दूरी ब ...
लॉकडाउन में मीलों लंबा सफर तय करने निकले प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं. शनिवार को फिर मध्य प्रदेश के सागर में एक और उत्तर प्रदेश के औरेया और लखनऊ एक्सप्रेस वे में हादसे हुए जिनमें 32 प्रवासियों की जान चली गई। बताया जा र ...