मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था। इसके कुल ग्यारह भाई-बहनों है। अजहर को सबसे पहले 1994 में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। 2000 में मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की स्थापना की। 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ही हाथ था। Read More
2009, 2016 और 2017 में मसूद अजह को बैन कराने में असफल होने के बावजूद भारत ने कूटनीतिक कोशिशें जारी रखी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अकबरुद्दीन का कहना है, 'मैं एमएस धोनी के अप्रोच में भरोसा रखता हूं। किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए ...
पाकिस्तान में सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को आखिरकार बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। अजहर का आतंकवादी समूह 2000 में अस्तित्व में आया था। उसने भारत में पुलवामा आतंकवादी हमले सहित कई आतंकवादी हमलों ...
सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण सफलता है, भारत कई वर्षों से इसके लिए प्रयास कर रहा था, आज जाकर यह हो सका। अकबरुद्दीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कोशिशों में साथ देने वाले देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस के प्रति आभार जताया। ...
भारत के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े, छोटे, सभी एकजुट हुए। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन करने के लिए सभी का आभार।’’ इस खबर के बाद भारत सहित व ...
चीन ने पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने के एक नये प्रस्ताव पर मार्च में तकनीकी रोक लगा दी थी. जैश ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के चौथे प्रयास पर रोक लगा दी ...
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान की जीत हुई। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा कि इस मौके पर कहा कि, 'बड़े और छोटे सभी राष्ट्र एकजुट, संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया। सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद।' ...