‘‘जैश-ए-मोहम्मद’’ के सरगना मसूद अजहर ग्लोबल आतंकी, सोशल मीडिया पर सभी ने कहा, भारत जिंदाबाद
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 1, 2019 08:37 PM2019-05-01T20:37:10+5:302019-05-01T20:37:10+5:30
भारत के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े, छोटे, सभी एकजुट हुए। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन करने के लिए सभी का आभार।’’ इस खबर के बाद भारत सहित विश्व भर के नेताओं और लोगों ने कहा यह भारत की जीत है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से खुश हूं।
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘‘जैश-ए-मोहम्मद’’ के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। भारत के लिए यह एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के तहत उसे ‘‘काली सूची’’ में डालने के एक प्रस्ताव पर चीन द्वारा अपनी रोक हटा लेने के बाद यह कदम उठाया गया।
भारत के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े, छोटे, सभी एकजुट हुए। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन करने के लिए सभी का आभार।’’
इस खबर के बाद भारत सहित विश्व भर के नेताओं और लोगों ने कहा यह भारत की जीत है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से खुश हूं। संरा में अमेरिकी मिशन के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ‘वैश्विक आतंकी’ घोषित करने का स्वागत करता है।
मसूद अजहर का वैश्विक आतंकी घोषित होना आतंक पर जीरो टॉलरेंस रखने वाले सभी देशों के लिए एक बड़ी जीत है, हम सभी सहयोगी देशों को धन्यवाद देते हैं: सैयद अकबररुद्दीन, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि pic.twitter.com/R17Rif8tTw
— दूरदर्शन न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 1, 2019
Pakistan's true face has been exposed. Now they have to handover him to india. This is the biggest victory against global terrorism. @narendramodi@SushmaSwaraj
— Chowkidar Sadananda Gowda (@DVSBJP) May 1, 2019
Satya Meva Jayate#MasoodAzhar
That is why India needs a strong & decisive leader.
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) May 1, 2019
Grateful to PM @narendramodi and his diplomatic efforts that led to the UN designating Masood Azhar as a global terrorist. It was long over due.
This also reflects PM Modi's commitment towards Zero Tolerance against terrorism. https://t.co/GaSOizi2ug
भारत की आतंक के खिलाफ वैश्विक मुहिम में कूटनीतिक सफलता, #UNSC ने आखिरकार जैश के मुखिया और पुलवामा के दोषी मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया।
— Chowkidar Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 1, 2019
प्रधानमंत्री @narendramodi जी के सशक्त नेतृत्व की वैश्विक पटल पर एक और जीत।
ये है नया भारत, सशक्त भारत।#ModiHaiTohMumkinHai
When 15 out of the top 20 trends are all about #UNSC designating #MasoodAzhar as a global terrorist & @narendramodi’s #Zerotolerance4Terrorism, it means it’s a big win for our nation. pic.twitter.com/vXK0O2nqsd
— Prasanna Karthik R (@prasannakarthik) May 1, 2019
भारत को मिली आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक सफलता।
— Chowkidar Satpal Singh Satti (@satpalsattibjp) May 1, 2019
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पुलवामा आतंकी हमले का दोषी मसूद अजहर अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित।
मोदी है तो मुमकिन है। #DeshBoleModiPhirSe
प्रधानमंत्री @narendramodi के नेतृत्व में किए गए प्रयासों का ही परिणाम है की आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकी मसूद अज़हर को अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया है। आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में ये भारत के लिए बड़ी सफलता है। #ModiHaiToMumkinHai
— Chowkidar Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 1, 2019
मजदूर दिवस के दिन जो चीन ने मसूद अज़हर को आतंकी घोषित कराने में भारत की मदद की है, कॉमरेडों को चाहिए कि इसके ख़िलाफ़ आंदोलन करें। मजदूर दिवस की रौनक फीकी कर दी। कितनी मेहनत से तो आज ही के दिन जंगल में उनके भाइयों ने सुरक्षाबलों के खून की होली खेली थी! सब धूमिल हो गया #MasoodAzhar
— Sushant K Jha (@jhasushant) May 1, 2019
मोदी सरकार को आतंकवाद से लड़ाई में मिली बड़ी कामयाबी। मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने घोषित किया वैश्विक आतंकी। भारत की कूटनीति के आगे झुका चीन, क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है। #DeshBoleModiPhirSepic.twitter.com/JFaO6e7LgP
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) May 1, 2019
#MasoodAzhar is a GLOBAL TERRORIST.
— Chowkidar Anurag Thakur (@ianuragthakur) May 1, 2019
India 🇮🇳 stands vindicated.
This is the result of Prime Minister @narendramodi’s global diplomatic outreach and the power of a rising billion.
Pakistan, your time is up.
मोदी है तो मुमकिन है।#MasoodAzharpic.twitter.com/fqEwqDaWXQ
— Chowkidar Vijay Sampla (@vijaysamplabjp) May 1, 2019
अजहर को आतंकी घोषित किए जाने के बाद अब उसकी संपत्ति जब्त हो सकेगी
संयुक्त राष्ट्र द्वारा अजहर को आतंकी घोषित किए जाने के बाद अब उसकी संपत्ति जब्त हो सकेगी और उस पर यात्रा प्रतिबंध तथा हथियार संबंधी प्रतिबंध लग सकेगा। चीन ने उस प्रस्ताव पर से अपनी रोक हटा ली है जिसे फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा संरा सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति में फरवरी में लाया गया था।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने मंगलवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा था , ‘‘हम इस मुद्दे का हल वार्ता एवं परामर्श के जरिए 1267 समिति के दायरे में किए जाने का समर्थन करते हैं और मेरा मानना है कि इस बारे में ज्यादातर सदस्यों में आमराय है। साथ ही समित में संबद्ध परामर्श चल रहा है और कुछ प्रगति भी हुई है। मेरा माना है कि सभी पक्षों की संयुक्त कोशिशों से इस मुद्दे का उचित हल हो सकता है।’’
अजहर पर प्रतिबंध लगाने के ताजा प्रस्ताव पर चीन ने मार्च में वीटो लगा दिया था। उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के लिए पिछले 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में लाया गया यह ऐसा चौथा प्रस्ताव था। सबसे पहले 2009 में भारत ने प्रस्ताव लाया था। फिर 2016 में भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र की 1267 प्रतिबंध परिषद के समक्ष दूसरी बार प्रस्ताव रखा।
इन्हीं देशों के समर्थन के साथ भारत ने 2017 में तीसरी बार यह प्रस्ताव लाया। हालांकि इन सभी मौकों पर चीन ने प्रतिबंध समिति द्वारा इस प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने में अड़ंगा डाल दिया। अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के अंतरराष्ट्रीय दबाव के मद्देनजर फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन से अमेरिका ने सीधे सुरक्षा परिषद में एक मसौदा प्रस्ताव लाया था। बीजिंग का इस प्रस्ताव पर से अपनी रोक हटाना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
दरअसल, चीन पर इसके लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव था और खास तौर पर अमेरिका भी दबाव डाल रहा था। संयुक्त राष्ट्र की प्रधान इकाई में राजनयिकों ने यह चेतावनी थी कि यदि चीन ने अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने में अड़ंगा डालना जारी रखा तो सुरक्षा परिषद के जिम्मेदार सदस्य देश अन्य कार्रवाई करने के लिए मजबूर होंगे।