2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचन्द गांधी को दुनिया महात्मा गांधी के नाम से जानती है। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। वे सत्य और अहिंसावादी थे। उन्होंने 200 सालों की अंग्रेजी हुकुमत को अहिंसावादी अंदोलनों से उखाड़ फेंका। इसमें स्वदेशी अंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, नमक सत्याग्रह जैसे प्रमुख आंदोलन हैं। आजादी के वक्त वह भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के खिलाफ थे। आजादी के बाद 30 जनवरी, 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। Read More
गांधी का मानना था कि हमारे समाज में सबसे निचले तबके के आदमी को सर्वाधिक महत्व मिलना चाहिए. वे इस पक्ष में थे कि संपन्न और अभिजात वर्ग को उनके लिए त्याग करना चाहिए. ...
एस. के. गुप्ता, नई दिल्लीः सत्तरवें गणतंत्र दिवस की परेड के लिए रेलवे ने 'मोहन से महात्मा' की थीम पर झांकी तैयार की है। यह झांकी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारतीय रेलवे की विकास यात्रा को दर्शाती है। झांकी में सन् 1893 की उस घटना को दर्शाया गया है ...
एक पन्ने के पत्र पर एम.के. गांधी नाम से हस्ताक्षर हैं। उक्त पत्र उन्होंने लॉर्ड पैथिक लॉरेंस को लिखा था जो भारत और बर्मा मामलों के राज्य सचिव थे। पत्र 10 अक्टूबर 1946 को नयी दिल्ली से लिखा गया था। ...
हमारे पास नैतिक गुणांक (मॉरल कोशेंट) मापने का कोई तरीका नहीं होता. नतीजा यह होता है कि अपने सेवा काल के तीस साल बाद जब कोई सीबीआई डायरेक्टर किसी 28 साल के सेवाकाल के अफसर पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज करता है और दूसरे दिन वह जूनियर अफसर अपने सीनियर के ...
जवाहर लाल नेहरू जयंती विशेषः कश्मीर मुद्दा हो या देश का बंटवारा... आजाद भारत के इतिहास की कमोबेश सभी समस्याओं के लिए जवाहर लाल नेहरू को खलनायक बनाए जाने का दुष्प्रचार हो रहा है। लेकिन क्या यही हकीकत है? ...
महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के 20 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। इस दौरान विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा को केंद्र में रखते हुए हिंदी-समाज को वाणी प्रदान की है। ...
मलावी की आर्थिक राजधानी ब्लांटायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने की योजना के विरोध में करीब 3,000 लोगों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। ...