भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग भारतीय सेना है। वायु सेना, थल सेना और जल सेना भारतीय सेना की तीन प्रमुख अंग हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण व आंतरिक खतरों से बचाना और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना ही भारतीय सेना का उद्देश्य है। Read More
उमलिंग-ला दर्रे में दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड सीमा सड़क संगठन (BRO) ने ही बनाई थी जो कि 19,300 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। 15 अगस्त को बीआरओ ने 19400 फीट की ऊंचाई पर लिकरू, मिग-ला और फुकचे को जोड़ने वाली सड़क शुरू की। ...
रूस-यूक्रेन जंग के कारण जब स्पेयर पार्ट्स मिलने में देरी होने लगी तब वायुसेना ने रूसी मूल के हेलीकॉप्टरों के कलपुर्जों को देश में ही बनाना शुरू कर दिया। इससे सैकड़ों करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा बचाने और विमानन स्पेयर आयात पर निर्भरता कम करने में म ...
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली ने किया। इस कोर का मुख्यालय लेह में है। चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर ने किया। ...
115 फीट लंबे पुल का नाम वीर चक्र मेजर भगत सिंह की याद में भगत ब्रिज रखा गया है, जिन्होंने 1965 के युद्ध में इस क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। ...
पूर्वी लद्दाख में कुछ बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है। हालांकि दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई स्थानों से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। बातचीत सुबह करीब साढ़े नौ बजे शुर ...
वायुसेना के विमानों ने भारतीय सेना के कई डिवीजन को ‘एयरलिफ्ट’ किया, जिसमें कुल 68,000 से अधिक सैनिक, 90 से अधिक टैंक, पैदल सेना के करीब 330 बीएमपी लड़ाकू वाहन, राडार प्रणाली, तोपें और कई अन्य साजो-सामान शामिल थे। वायुसेना के परिवहन बेड़े द्वारा कुल 9 ...
चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना के लिए ऐसे हल्के टैंकों की जरूरत महसूस की गई थी जो पहाड़ी इलाकों में आसानी से तैनात किए जा सकें। लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण ज़ोरावर लाइट टैंक को बनाने में लगने वाले कलपुर्जों और उपकरणों की आपूर्ति में बाधा आ र ...