वायुसेना के लिए 55,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान खरीदने की योजना को मंजूरी मिल चुकी है। एचएएल ने 2025-26 तक तेजस एमके1ए जेट विमानों का उत्पादन बढ़ाकर प्रति वर्ष 16 करने और अंततः एक नई उत्पादन लाइन बनाकर 24 विमान प्रति वर् ...
5 जनवरी को, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के शेयरों में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई जो पिछले एक साल में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर शुक्रवार को एचएएल के शेयर की कीमत बढ़कर ₹3078.8 हो गई। ...
सुखोई-30 एमकेआई, मूल रूप से रूस में विकसित एक शक्तिशाली लड़ाकू जेट है। यह भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की अग्रिम पंक्ति का विमान है और इसे वायुसेना की रीढ़ भी कहा जाता है। ...
एईएसए फायर कंट्रोल रडार, एवियोनिक्स और अन्य प्रणालियों जैसे महत्वपूर्ण घटकों को स्वदेशी रूप से विकसित भारतीय तकनीक से बदलने से रूस पर निर्भरता काफी कम हो जाएगी। सुखोई-30 एमकेआई को अपग्रेड करने का काम एचएएल को सौंपा गया है। ...
आने वाले समय में भारतीय वायुसेना में लगभग 300 तेजस लड़ाकू विमान शामिल किए जाएंगे। इस मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन क्षमता में यह महत्वपूर्ण वृद्धि आवश्यक है। ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की अपनी यात्रा के दौरान बेंगलुरु में तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। ...
तेजस एमके-1ए विमानों का अगली खेप 'अंगद' इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट से लैस होगी। वायुसेना ने पहले जिन 83 LCA मार्क-1A का आॉर्डर दिया था उनकी डिलीवरी साल 2024 में हो सकती है। ...
एलसीए के नौलेनिक वर्जन के प्रोटोटाइप को भारतीय नौसेना के पायलट कैप्टन अमित कवाडे उड़ाया। इस विमान को भारतीय नौसेना की भविष्य की जरूरतों को देखते हुए विकसित किया गया है। आने वाले समय में इसे और उन्नत बनाया जाएगा ताकि विमान वाहक युद्धपोत पर भी तैनात क ...