एलसीए नेवी ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की, भविष्य में विमान वाहक युद्धपोत पर तैनात किया जाएगा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 19, 2023 01:29 PM2023-08-19T13:29:49+5:302023-08-19T13:31:18+5:30
एलसीए के नौलेनिक वर्जन के प्रोटोटाइप को भारतीय नौसेना के पायलट कैप्टन अमित कवाडे उड़ाया। इस विमान को भारतीय नौसेना की भविष्य की जरूरतों को देखते हुए विकसित किया गया है। आने वाले समय में इसे और उन्नत बनाया जाएगा ताकि विमान वाहक युद्धपोत पर भी तैनात किया जाएगा।
बेंगलुरु: भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) नेवल ट्रेनर प्रोटोटाइप एनपी5 ने शुक्रवार को अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की। इसे विशेष रूप से भारतीय नौसेना के लिए बनाया गया है। तेजस के नौसेनिक वर्जन के ट्रेनर प्रोटोटाइप एनपी5 ने एचएएल हवाई अड्डे से उड़ान भरी। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के अनुसार विमान सभी मापदंडों के साथ सामान्य स्थिति में 57 मिनट तक उड़ान भरता रहा।
एलसीए के नौसेनिक वर्जन के प्रोटोटाइप को भारतीय नौसेना के पायलट कैप्टन अमित कवाडे उड़ाया। इस दौरान उनके साथ पीछे के कॉकपिट में विंग कमांडर सिद्दार्थ सिंह (सेवानिवृत्त) मौजूद थे। इस विमान को भारतीय नौसेना की भविष्य की जरूरतों को देखते हुए विकसित किया गया है। आने वाले समय में इसे और उन्नत बनाया जाएगा ताकि विमान वाहक युद्धपोत पर भी तैनात किया जाएगा।
उड़ान के बाद कैप्टन कवाडे ने कहा कि विमान के हैंडलिंग गुण बेहद संतोषजनक थे और सभी परीक्षण बिंदुओं को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। एलसीए नेवी को एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), बैंगलोर द्वारा संयुक्त रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
पहला ट्रेनर प्रोटोटाइप एनपी-1 27 अप्रैल, 2012 को और लड़ाकू प्रोटोटाइप एनपी-2 7 फरवरी, 2015 को उड़ाया गया था। दोनों नौसेना प्रोटोटाइप (एनपी-1 और एनपी-2) ने स्की-जंप टेक-ऑफ और अरेस्ट लैंडिंग जैसे परीक्षण सफलतापूर्क पूरे किए हैं। अरेस्ट लैंडिंग विमान वाहक पोत पर लैंड करने की तकनीक है। इसका परीक्षण गोवा के डाबोलिम हवाई अड्डे पर और स्वदेशी विमान वाहक पोत पर किया गया था।
डीआरडीओ ने एक बयान में कहा है कि एलसीए नेवी ने स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर उतरने वाले पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान होने की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, ग्लास कॉकपिट और उन्नत मैकेनिकल सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से लैस, एलसीए नेवी रात में भी उड़ान भर सकता है। विमान ने जनवरी 2020 में आईएनएस विक्रमादित्य से स्की-जंप टेकऑफ़ का परीक्षण पूरा किया था। एलसीए नेवी ने आईएनएस विक्रांत से 10 स्की-जंप टेक-ऑफ और अरेस्ट लैंडिंग के परीक्षणों को पूरा किया।
एलसीए नेवी विमान वाहक पर तैनात किए जा सकेंगे और लड़ाकू अभियानों के लिए हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस होंगे। एलसीए नेवी विमान वाहक से संचालन के लिए भारतीय नौसेना के पायलटों के लिए एक प्रभावी प्रशिक्षण मंच के रूप में भी काम करेगा।