आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन गुरु का पूजन किया जाता है। समूचे भारतवर्ष में गुरु पूर्णिमा बड़ी श्रद्वा भक्ति से मनाई जाती है। सभी शिष्य अपने-अपने गुरु का पूजन करते हैं। चारों वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अर्थवेद के प्रथम प्रख्याता व पराशर ऋषि के पुत्र कृष्ण द्वैपायन का पूजन विशेष रूप से किया जाता है। वेदों का ज्ञान हमें व्यासजी से प्राप्त हुआ है, इसलिए वही आदिगुरु है। व्यासजी की स्मृति बनाए रखने के लिए हमें अपने अपने गुरु को व्यास जी का अंश मानकर श्रद्वा भक्ति से उनका पूजन करना चाहिए। Read More
इस महीने की शुरूआत जहां जगन्नाथ रथ यात्रा से हो रही है तो माह का अंत हरियाली तीज के साथ हो रहा है। इसके अलावा इस महीने देवशयनी एकादशी, व्यास पूर्णिमा, हरियाली तीज जैसे पर्व आएंगे। ...
प्रधानमंत्री मोदी ने आषाढ़ पूर्णिमा और धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर अपने संदेश में कहा कि पूरी दुनिया ने त्रासदी के वक्त भगवान बुद्ध की शिक्षा की ताकत को महसूस किया है। ...
amitabh bachchan Heart Touching Posts On Guru Purnima: महानायक अमिताभ बच्चन ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर सभी को शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता की याद में एक कविता भी लिखी। ...
गुरु पूर्णिमा 2020: हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) का विशेष महत्व है। इतना ही नहीं गुरु को भगवान से पहले नमन किया जाता है। गुरु ही हमें अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाते हैं। यही कारण है कि देशभर में गुरु पूर्णिमा (Guru Purn ...
आज गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है। जब गुरु पूर्णिमा पर आप अपने गुरुजी का आशीर्वाद लेने जाएं, तब उनका पूजन कर अपनी राशि अनुसार भेंट दें, तो आपको उनका आशीर्वाद निश्चित रूप से फलेगा। आइए आपको बताते हैं राशि के अनुसार गुरु को क्या उपहार भेंट करना चाहिए... ...
आज गुरु पूर्णिमा का त्योहार है। इस पर्व पर अपने गुरु के प्रति आस्था को प्रकट किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि पर गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन विधिवत रूप से गुरु पूजन किया जाता है। इसको व्यास पूर्णिमा भ ...
आज पांच जुलाई को गुरु पूर्णिमा है। इस दिन गुरू की पूजा अर्चना की जाती है। अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाने का श्रेय गुरु को ही प्राप्त है। देशभर में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ता है। ...