आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन गुरु का पूजन किया जाता है। समूचे भारतवर्ष में गुरु पूर्णिमा बड़ी श्रद्वा भक्ति से मनाई जाती है। सभी शिष्य अपने-अपने गुरु का पूजन करते हैं। चारों वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अर्थवेद के प्रथम प्रख्याता व पराशर ऋषि के पुत्र कृष्ण द्वैपायन का पूजन विशेष रूप से किया जाता है। वेदों का ज्ञान हमें व्यासजी से प्राप्त हुआ है, इसलिए वही आदिगुरु है। व्यासजी की स्मृति बनाए रखने के लिए हमें अपने अपने गुरु को व्यास जी का अंश मानकर श्रद्वा भक्ति से उनका पूजन करना चाहिए। Read More
गुरु पूर्णिमा (Guru purnima 2020): आज गुरु का दिन है। इस अनमोल अवसर पर अपने गुरुजनों को इन खास व्हाट्सएप (WhatsApp), फेसबुक (Facebook) संदेशों (Messages) के साथ आप शुभकामना देकर उनके प्रति अपना आभार प्रकट करें.... ...
Lunar Eclipse and Guru Purnima 2020: आज 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। गुरु पूर्णिमा के साथ ही आज सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर चंद्र ग्रहण भी लग रहा है। यह चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है। ...
पांच जुलाई को गुरु पूर्णिमा है। इस दिन गुरू की पूजा अर्चना की जाती है। अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाने का श्रेय गुरु को ही प्राप्त है। देशभर में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ता है। ...
Chandra Grahan 2020: गुरु पूर्णिमा का पर्व 5 जुलाई को मनाया जाएगा। इस साल भी गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का साया रहेगा। दरअसल चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही लगता है और सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन। आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा के ...
Guru Purnima 2020: गुरु पूर्णिमा 5 जुलाई को है। इस दिन गुरु की पूजा का विधान है। इस दिन लोग एक-दसरे को गुरु पूर्णिमा विश करते हैं और बधाई संदेश भेजते हैं। ...
हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) का विशेष महत्व है। हिंदुओं अनादि काल से गुरुओं को सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त है। इतना ही नहीं गुरु को भगवान से पहले नमन किया जाता है। गुरु ही हमें अज्ञानता के अंधेरे से सही मार्ग की ओर ले जाते हैं। यही कारण ...