गुरु गोविंद सिंह जी ने ‘खालसा वाणी’ दी, जिसे ‘वाहे गुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह’ कहा जाता है. उन्होंने जीवन जीने के पांच सिद्धांत दिए थे, जिन्हें ‘पंच ककार’ कहा जाता है. ...
पीएम नरेंद्र मोदी ने आयोजित हुए पहले 'वीर बाल दिवस कार्यक्रम' में अपने भाषण में औरंगजेब का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि मुगल शासक औरंगजेब और उनके लोग गुरु गोविंद सिंह के बच्चों का धर्म तलवार के दम पर बदलना चाहते थे। पीएम ने कहा कि औरंगजेब के खिलाफ ...
आपको बता दें कि गुरु गोविंद सिंह जी के साथ मात्र चालीस सिख सैनिक थे और मुगलों की विशाल सेना लाखों में थी। साहिबजादा अजीत सिंह जो 17 वर्ष के थे और जुझार सिंह 14 वर्ष के थे, पिता से आज्ञा लेकर युद्ध के मैदान में उतरे थे और दोनों ने अपनी तलवार, युद्ध कौ ...
पंजाब और हरियाणा में किसान रबी की फसल काट लेने के बाद नए साल की खुशियां बैसाखी के दिन ही मनाते हैं. इसलिए पंजाब और आसपास के प्रदेशों का यह सबसे बड़ा त्यौहार है. प्रकृति का, प्रभु का धन्यवाद करके युवक-युवतियां भांगड़ा और गिद्दा के पारंपरिक लोकनृत्य द ...
वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की परंपरा रही है. वसंत पंचमी को लेकर कई कथाएं हैं. कामदेव से इस दिन का जुड़ाव है। वहीं, इसी दिन गुरु गोविंद सिंह का भी विवाह हुआ था. ...
पिता गुरु तेग बहादुर जी तथा माता गुजरी जी के घर पर गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म सन् 1666 पौष सुदी सप्तमी के दिन हुआ था. केवल 42 वर्ष की अपनी जीवन यात्रा में उन्होंने मानवता के हित के लिए जो अनुपम कार्य किए उनके समक्ष महान चिंतक भी नतमस्तक हो जाते हैं. ...
Guru Gobind Singh Jayanti: आज गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती है। सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह ने ही खालसा पंथ की स्थापना की थी और साथ ही 'पंच ककार' का सिद्धांत दिया था। ...