इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर ग्राहकों के सामने सबसे बड़ी समस्या उनकी रेंज को लेकर होती है। पेट्रोल, डीजल कार का तो इंफ्रास्ट्रक्चर इतना डेवलप है कि कुछ ही किलोमीटर पर पेट्रोल पंप मिल जाते हैं जहां कुछ ही मिनट में गाड़ी में दोबारा ईंधन भराया जा सकता है। ...
इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर वाहन निर्माता कपनियां काफी तेजी से काम कर रही हैं। लेकिन कंपनियों के सामने सबसे बड़ी समस्या कार की रेंज को लेकर आती है। इसके लिए सबसे जरूरी कार की बैट्री है। इसके चलते इलेक्ट्रिक कार की रेंज निश्चित हो जाती है और ग्राहकों के स ...
लंबे समय से वाहनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण पर चर्चा के बीच वाहन निर्माता कंपनियां तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने पर फोकस कर रही हैं। ऐसे में होंडा और हीरो के बीच एक इलेक्ट्रिक स्कूटर के रजिस्टर्ड डिजाइन के उल्लंघन का मामला सामने आया है. ...
बाजार के जानकारों का कहना है कि आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेज होगी। इसके साथ ही कई वाहन निर्मता कंपनियों के सीईओ और बड़े अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के चलते लोगों में फिजिकल डिस्टेंसिंग की आदत लंबे समय तक रह सकती है। ...
जिस तरह से पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर में माइलेज होता है उसी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों में माइलेज के लिए रेंज का इस्तेमाल करते हैं। मतलब एक बार फुल चार्ज पर स्कूटर जितनी दूर जा सकता है उसे ही रेंज कहते हैं। ...
ऑफिस या कहीं जाने के लिए मेन जगहों पर तो मेट्रो, ऑटो जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साधन आसानी से मिल जाते हैं लेकिन उसके बाद गलियों में जाने के लिए साधन मिलना मुश्किल होता है। ऐसे में लोग कई बार पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह खुद की कार या बाइक से सफर करते ह ...