हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी दिवाली से ठीक 6 दिन बाद छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। हर साल अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच यह पर्व पड़ता है। छठ पूजा को मुख्य रूप से बिहार के लोग ही मनाते हैं। बिहार के बाद पड़ोसी देश नेपाल में भी यह पर्व बड़े आयोजन के साथ मनाया जाता है। धीरे धीरे इस पर्व की प्रसिद्धि के साथ यह पर्व उत्तर भारत के कई राज्यों में मनाया जा रहा है। छठ पूजा में सूर्य देव, छठ मैया और पवित्र नदियों का विशेष महत्व होता है। Read More
लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम न केवल बिहार के जनसामान्य में है बल्कि सूबे की अलग-अलग जेलों में बंद 838 कैदी भी छठ कर रहे हैं। इनमें 361 महिला और 476 पुरुष शामिल हैं। ...
रिपोर्ट के मुताबिक आग में 7 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जो सूचना के बाद आग बुझाने गए थे। घटना औरंगाबाद के शाहगंज मुहल्ले की है, जहां अनिल गोस्वामी नामक शख्स के घर महिलाएं छठ का प्रसाद बना रही थीं। ...
गोपालगंज शहर के हजियापुर की रहने वाली रेहाना खातून भी इस बार छठ पूजा कर रहीं हैं। रेहाना खातून और मलिका खातून ने बताया कि मन्नत मांगी थी कि घर बन जाएगा, तब छठ माता की व्रत रखकर पूजा करेंगी। ...
एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि छठ महापर्व को लेकर पुलिस मुख्यालय की तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर दी गई है। ...
छठ पूजा की शुरुआत 28 अक्टूबर से हो गई। श्रद्धालुओं ने पहले दिन नहाय-खाय की रस्म पूरी की। यह व्रत ज्यादातर महिलाएं करती हैं लेकिन बिहार में एक ऐसा भी गांव है जहां केवल पुरुष ये व्रत करते हैं। ...
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि छठ महापर्व के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था और सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि छठ पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में वि ...