बिहार की जेलों में भी है छठ की धूम, कैदी भी मना रहे हैं आस्था का महापर्व
By एस पी सिन्हा | Published: October 29, 2022 05:37 PM2022-10-29T17:37:34+5:302022-10-29T17:44:40+5:30
लोक आस्था के महापर्व छठ की धूम न केवल बिहार के जनसामान्य में है बल्कि सूबे की अलग-अलग जेलों में बंद 838 कैदी भी छठ कर रहे हैं। इनमें 361 महिला और 476 पुरुष शामिल हैं।
पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ में सभी लोग आस्था में सराबोर हैं। छठ मईया की महिमा के आगे सभी नतमस्तक हैं। क्या आम और क्या खास, सभी भक्तिभाव में डूबे हुए हैं। ऐसे में बिहार के जेलों में बंद 838 कैदी भी छठ कर रहे हैं। इनमें 361 महिला एवं 476 पुरुष शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक इन कैदियों में कुछ मुसलमान समुदाय से भी हैं। बेतिया मंडल कारा में बंद एक मंगलामुखी ने भी व्रत रखा है, जबकि भागलपुर की जेलों में अनुष्ठान करने वाले बंदियों में चार मुसलमान भी शामिल हैं। उनमें एक पुरुष के साथ तीन महिलाएं हैं।
जेलों में भी छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं। जेलों में छठ करने वाले कैदियों में सबसे अधिक मुजफ्फरपुर में हैं। यहां 169 कैदी छठ महापर्व कर रहे हैं। जिनमें 78 पुरुष व 91 महिला हैं। इसके बाद सीतामढ़ी में 117 कैदी छठ व्रत कर रहे हैं। यहां व्रत करने वालों में 73 पुरुष एवं 44 महिला हैं।
इसी तरह मोतीहारी में 112 और दरभंगा में 85 कैदी छठ महापर्व का अनुष्ठान कर रहे हैं। वहीं, भागलपुर की तीनों जेलों, शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में 70 पुरुष, महिला मंडल कारा में 32 महिला के साथ विशेष केंद्रीय कारा के 74 बंदी व्रत कर रहे हैं।
पटना के बेऊर जेल में बंद 22 बंदियों द्वारा छठ पर्व किया जा रहा है। इसमें पुरुष बंदियों की संख्या 12 है, जिसमें दो सजायाफ्ता हैं जबकि दस विचाराधीन हैं। वहीं साथ में दस महिला बंदी भी छठ पर्व कर रही हैं। बेतिया में 57 बंदियों में 28 पुरुष, 28 महिला और एक मंगलामुखी द्वारा अनुष्ठान हो रहा। बगहा उपकारा में 14 बंदियों में आठ पुरुष व छह महिला ने छठ का संकल्प लिया है। मधुबनी में 40 बंदियों में 25 पुरुष व 15 महिला ने छठ का संकल्प लिया है।
शिवहर में चार पुरुष के साथ चार महिला भी व्रत कर रहीं। बक्सर के महिला कारा में पांच बंदी महिलाएं छठ व्रत कर रही हैं। शुक्रवार को जेल में व्रतियों ने कद्दू-भात का प्रसाद ग्रहण किया। छठ व्रतियों के लिए पूरी व्यवस्था जेल प्रशासन द्वारा की गई है। पुरुषों के लिए नई धोती और महिलाओं के लिए सूती साड़ी के साथ सभी जरूरी सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रसाद बनाने के लिए सामग्री के अलावा मिट्टी के चूल्हों के साथ आम की लकड़ी भी मंगाई गई है।
जेल के अन्य बंदी और रसोइया इनका सहयोग कर रहे। जेल के अंदर बने तालाबों पर व्रती अर्घ्य देंगे। बेऊर जेल अधीक्षक इंजीनियर जीतेंद्र कुमार ने बताया कि छठ व्रतियों को पूजा संबंधित सभी सामग्रियां दे दी गयी है। इनमें पुरुषों के लिए धोती, महिलाओं के लिए सूती साड़ी एवं अन्य जरूरी सामान शामिल है।