CBI: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), भारत में केंद्र सरकार की एक एजेंसी है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर होने वाले अपराधों जैसे हत्या, घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों और राष्ट्रीय हितों से संबंधित अपराधों की भारत सरकार की तरफ से जांच करती है। सीबीआई एजेंसी की स्थापना 1941 में स्थापित हुई थी और इसे अप्रैल 1963 में “केंद्रीय जांच ब्यूरो” का नाम दिया गया था, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान अधिनियम, 1946 ने सीबीआई को जांच की शक्तियां दी हैं। भारत सरकार राज्य सरकार की सहमति से राज्य में मामलों की जांच करने का आदेश को देती है। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय राज्य सरकार की सहमति के बिना देश के किसी भी राज्य में अपराधिक मामले की जांच के लिए सीबीआई को आदेश दे सकते हैं। Read More
आदेश के अनुसार, व्यापमं मामलों की भी जांच करने वाले उत्तर प्रदेश कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी गौबा को उनके कैडर में वापस भेजा गया है। सीबीआई के पूर्व अतिरिक्त निदेशक एम नागेश्वर राव ने अस्थाना के खिलाफ जांच की निगरानी के लिए उन्हें नियुक्त किया ...
एजेंसी ने राज्य के 12 स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एजेंसी की प्राथमिकी में समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे प्रजापति, तत्कालीन प्रधान सचिव जिवेश नंदन, विशेष सचिव संतोष कुमार, जिले के तत्कालीन मजिस ...
ईडी ने मंगलवार को अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी को समन भेजकर कर 19 जुलाई को उसके सामने पेश होने के लिए कहा । ईडी के एक सूत्र ने बताया, ‘‘हमने रोज वैली घोटाले के मामले में रितुपर्णा सेनगुप्ता को तलब किया है। उन्हें अगले सप्ताह पेश होने के लिए कहा गया है।’’ ...
अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद 2007 बैच के आईएएस अधिकारी अभय सिंह और 2009 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक के परिसरों पर छापे मारे। ...
छापे बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह के निवास पर मारे गए हैं। खनन मामले में अभय कुमार सिंह भी रडार पर थे, ऐसे में सीबीआई ने अब कार्रवाई की है। बता दें कि ये मामला तबका है जब राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत ...
मामले में सीबीआई मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों के खिलाफ 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की भी जांच कर रही है. इस पूरे मामले में सरकार को सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फटकार लगाई गई है. ...
सीबीआई की इसे सबसे बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले बैंकों में घोटाले से जुड़े 17 मामले दर्ज किए गए थे। विभिन्न बैंकों में 1939 हजार करोड़ रुपये की जालसाजी हुई है। ...
देश की शीर्ष जांच एजेंसी में सीबीआई में 'ऑल इज वेल' वाले हालात नहीं हैं. कभी भाजपा की आंख के तारे रहे अतिरिक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव की पदावनति के साथ सीबीआई से विदाई का तरीका इस बात को जाहिर कर देता है. पिछले साल सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और उनके न ...