अमरनाथ यात्रा पर सबसे पहला हमला विदेशी आतंकियों ने 1993 में किया था, जब उस पर प्रतिबंध लगाते हुए हरकतुल अंसार ने श्रद्धालुओं को धमकी दी थी कि शामिल होने वालों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा। जब धमकी बेअसर हुई तो आतंकी हमले में तीन की जान चली गई। इसी ...
अमरनाथ यात्रा के लिए एडवांस पंजीकरण एक अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन कोरोना से उपजे हालात, लाकडाउन के कारण एडवांस पंजीकरण को टाल दिया गया। कोरोना के हालात देखकर बोर्ड को फैसला करना था, लेकिन अभी तक बोर्ड की बैठक नहीं हुई है। ...
यात्रा की प्रतीक छड़ी मुबारक के महंत दीपेंद्र गिरि ने छड़ी मुबारक का कार्यक्रम घोषित करते हुए उम्मीद जताई है कि प्रशासन यात्रा को संपन्न जरूर करवाएगा चाहे वह छोटे स्तर पर ही क्यों न हो। ...
यह बात अलग है कि इस बार अभी भी यात्रा के संपन्न होने पर प्रश्न चिन्ह इसलिए लगा हुआ है क्योंकि श्राइन बोर्ड इसे 15 दिनों के लिए चलाना चाहता है पर लंगर लगाने वालों के संगठन तथा प्रदेश प्रशासन भी इसको रद्द करने के पक्ष में है। फिलहाल प्रशासन की ओर से इस ...
धारा 370 को हटा दिए जाने और जम्मू कश्मीर को दो टुकड़ों में बांटने की कवायद के बाद इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिए जाने के बाद भी दो राजधानियों का दस्तूर बरकरार है। जिसे दरबार मूव कहा जाता है। इसके तहत गर्मियों में नागरिक सचिवालय श्रीनगर चला जाता ...
14 साल से कम और 55 साल से अधिक आयु वालों को अनुमति नहीं होगी जबकि स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के अतिरिक्त कोरोना टेस्ट करवा कर उसका प्रमाणपत्र भी संलग्न करना होगा। श्रद्धालु बालटाल मार्ग से यात्रा करेंगें लेकिन कितनी संख्या में करेंगें फिलहाल इसके प्रति जा ...
पुलिस और गांदरबल प्रशासन का एक दल यात्रा मार्ग का जायजा लेकर भी आया है। पूरे मार्ग पर बर्फ जमी हुई है। इस दल के लौटने के बाद ही सोनमर्ग से आगे बालटाल में यात्रा संबंधी तैयारियां शुरू की गई हैं। ...
अमरनाथ यात्रा के आरंभ होने पर अभी भी असमंजस बरकरार था क्योंकि सैद्धांतिक तौर पर इस यात्रा को रद्द करते हुए यात्रा की प्रतीक पारंपारिक छड़ी मुबारक को इस बार हेलिकाप्टर से गुफा तक ले जाने का फैसला किया जा चुका है। ...