Amarnath Yatra 2020: 14 दिन की यात्रा, नियम सख्त, चौदह से कम और 55 से अधिक उम्र वाले नहीं होंगे शामिल, जानिए सबकुछ

By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 6, 2020 04:29 PM2020-06-06T16:29:06+5:302020-06-06T16:34:32+5:30

14 साल से कम और 55 साल से अधिक आयु वालों को अनुमति नहीं होगी जबकि स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के अतिरिक्त कोरोना टेस्ट करवा कर उसका प्रमाणपत्र भी संलग्न करना होगा। श्रद्धालु बालटाल मार्ग से यात्रा करेंगें लेकिन कितनी संख्या में करेंगें फिलहाल इसके प्रति जानकारी नहीं है।

Amarnath Yatra 2020 14-day journey, strict rules, not less than fourteen and older than 55 will be included,full detail | Amarnath Yatra 2020: 14 दिन की यात्रा, नियम सख्त, चौदह से कम और 55 से अधिक उम्र वाले नहीं होंगे शामिल, जानिए सबकुछ

यात्रियों के पास कोरोना टेस्ट प्रमाणपत्र होना अनिवार्य होगा। (file photo)

Highlightsश्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि पवित्र गुफा तक के मार्ग से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है। प्रमाण पत्र जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने पर जांचें जाएंगे परंतु यात्रा शुरू करने की अनुमति देने से पहले वायरस के लिए क्रास-चेक भी किया जाएगा।

जम्मूः कोरोना के कारण इस बार की अमरनाथ यात्रा मात्रा 14 दिनों की होगी। यह 21 जुलाई को शुरू हो कर 3 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा को समाप्त होगी। शिरकत करने वालों के लिए शर्तों का ढेर है।

 14 साल से कम और 55 साल से अधिक आयु वालों को अनुमति नहीं होगी जबकि स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के अतिरिक्त कोरोना टेस्ट करवा कर उसका प्रमाणपत्र भी संलग्न करना होगा। श्रद्धालु बालटाल मार्ग से यात्रा करेंगें लेकिन कितनी संख्या में करेंगें फिलहाल इसके प्रति जानकारी नहीं है।

यह जानकारी श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि पवित्र गुफा तक के मार्ग से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि यात्रियों के पास कोरोना टेस्ट प्रमाणपत्र होना अनिवार्य होगा। यह प्रमाण पत्र जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने पर जांचें जाएंगे परंतु यात्रा शुरू करने की अनुमति देने से पहले वायरस के लिए क्रास-चेक भी किया जाएगा। इसके अलावा साधुओं को छोड़कर सभी तीर्थयात्रियों को यात्रा के लिए आनलाइन पंजीकरण करना होगा। कितने लोगों का पंजीकरण होगा, फिलहाल तय नहीं है।

बोर्ड बैठक में यह भी तय किया गया है कि कोरोना प्रकोप के कारण जो श्रद्धालु इस बार यात्रा पर आने से वंचित रह जाएंगें, उनके लिए भी व्यवस्था की गई है। 14 दिन की यात्रा अवधि के दौरान पवित्र गुफा में सुबह और शाम होने वाली विशेष आरती देश भर में लाइव टेलीकास्ट की जाएगी।

अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय मजदूरों की कमी होने की वजह से बेस कैंप से गुफा तक ट्रैक बनाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बोर्ड का पूरा प्रयास है कि 21 जुलाई से पहले बालटाल मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए तैयार कर दिया जाए परंतु यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो बालटाल बेस कैंप से हेलीकाप्टर का उपयोग करके श्रद्धालुओं को यात्रा करवाने की व्यवस्था की जाएगी।

इस बीच अधिकारियों के मुताबिक, बालटाल से पवित्र गुफा तक के मार्ग से बर्फ हटाकर उसे बहाल करने का काम शुरू हो गया है, जबकि दूसरे पहलगाम मार्ग का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। जिला उपायुक्त गांदरबल शफकत अहमद ने कहा कि हमें उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तरफ से यात्रा मार्ग को बहाल करने के लिए निर्देश मिला है। इसके बाद बालटाल से गुफा तक के मार्ग से बर्फ हटाने व उसे आवाजाही योग्य बनाने का काम शुरू किया गया है।

श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यात्रा मार्ग को बहाल करना ही काफी नहीं है। इस पूरे मार्ग पर श्रद्धालुओं के रहने, खाने-पीने, स्वास्थ्य सुविधाओं का भी प्रबंध किया जाना है। टेलीफोन सेवा को भी बहाल करना है। यह सभी सुविधाएं अगले एक पखवाड़े में बहाल नहीं की जा सकती। इनके लिए कम से कम एक माह का समय चाहिए। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी एक बड़ा मुद्दा है। यात्रा का सुरक्षा कवच तैयार करने के लिए सुरक्षाबलों को कम से कम 20 दिन चाहिए होते हैं।

Web Title: Amarnath Yatra 2020 14-day journey, strict rules, not less than fourteen and older than 55 will be included,full detail

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