नई दिल्ली: गुरुग्राम से सटे हरियाणा के नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी और उसके बाद भड़की हिंसा के बाद पूरे राज्य में तनाव है। हिंसा की आग गुरुग्राम तक पहुंच गई है। गुरुग्राम के सेक्टर 57 के एक मस्जिद में कथिततौर पर आग लगा दी गई, जिसमें 26 वर्षीय शख्स की मौत हो गई है। जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया पर कई तरह के फेक मैसेज भी चल रहे हैं।
इसी तरह की एक खबर में कहा गया, "गुरुग्राम हाई अलर्ट पर: कम से कम एक दर्जन पुलिसकर्मियों को गोली मार दी गई है, जिनमें 5 इंस्पेक्टर और एक डीएसपी शामिल हैं, सभी मेदांता में भर्ती हैं। पूरा गुरुग्राम अन्य जिलों से लाए गए हजारों पुलिसकर्मियों के साथ हाई अलर्ट पर है। गुड़गांव और फरीदाबाद के निवासियों से अनुरोध है कि वे आज रात बाहर न निकलें। स्थिति तेजी से बढ़ रही है।"
इस वायरल मैसेज पर गुरुग्राम पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त रिपोर्ट झूठी और शरारतपूर्ण है। गुड़गांव में स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कल एक इंस्पेक्टर को गोली लग गई, लेकिन यह घटना नूंह में हुई। फिलहाल गुरुग्राम में किसी अन्य जिले से कोई बल तैनात नहीं किया गया है। अतिरिक्त पुलिस बल केवल नूंह में तैनात किए गए हैं।
बता दें कि नूंह की घटना के बाद अब तनाव हरियाणा के बाकी हिस्सों में भी फैल रहा है। इसे देखते हुए चार जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। कई इलाकों में इंटरनेट बंद है। साथ ही एयर फोर्स को भी स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है ताकि किसी पीड़ित को एयरलिफ्ट करने की जरूरत पड़े तो तुरंत निकाला जा सके।
इस बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आशंका जताई है कि इस हिंसा के पीछे सोची समझी साजिश है। जारी तनाव के बीच लोगों से शांति की अपील भी की जा रही है। बता दें कि नूंह जिले में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश की थी। जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और उसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पथराव किया गया तथा कारों में आग लगा दी गई। इस हिंसक घटना के बाद से ही पूरे राज्य में तनाव है।