धुबरी, 15 जून केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 टीकाकरण अभियान तेज करने के बीच असम के धुबरी जिले में 36 वर्षीय एक व्यक्ति ने लोगों को, खासकर कमजोर तबकों को टीके के प्रभाव के बारे में जागरूक करने का बीड़ा उठाया है ।
पेशे से चिकित्सक दीपांकर मजूमदार उपलब्ध कोविड-19 टीकों से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश करने के लिए अपनी मोटरसाइकिल से घर-घर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने धुबरी को कोरोना वायरस से मुक्त करने का संकल्प लिया है। खबरों की मानें तो यहां कई लोग टीका लगवाने के लिए हिचकिचा रहे हैं।
‘वैक्सीन मैन’ के नाम से लोकप्रिय मजूमदार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि अब तक वह 80 लोगों को समीप के टीकाकरण केंद्रों पर जाने के लिए राजी कर चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ कुछ ऐसे लोग हैं जिनके पास अपना स्मार्टफोन नहीं है और वे टीकाकरण प्रक्रिया की बारीकियों से अनजान हैं। उनमें से कई या तो जागरूकता के अभाव में या दुष्प्रचार के चलते टीका लेने से डर रहे हैं।’’
फिलहाल मजूमदार का जोर दिहाड़ी मजदूरों, खासकर महिलाओं एवं बुजुर्गों पर है क्योंकि ‘ वे सबसे अधिक जोखिम की संभावना वाले वर्गों से हैं’’ जो संक्रमित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ शुरू में तो, ऐसे लोगों को परामर्श देना बहुत बड़ी चुनौती थी जो खुराक लेने के अनिच्छुक थे क्योंकि उसके प्रभाव को लेकर बहुत अफवाहें फैलायी जा रही थीं। लेकिन वे अब इस अभियान की गंभीरता समझ गये हैं और उनमें से तो कुछ अपनी मर्जी से आगे भी आ रहे हैं। ’’
मजूमदार की नि:स्वार्थ सेवा की लोग और जिला के अधिकारी प्रशंसा कर रहे हैं। उनके प्रयासों की तारीफ करते हुए धुबरी के अतिरिक्त उपायुक्त ध्रुबज्योति दास ने कहा कि उन्हें प्रशासन के साथ समन्वय बनाना चाहिए और इस पहल की अधिकतम सफलता के लिए प्रासंगिक आंकड़े एकत्र करना चाहिए।
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