चंडीगढ़, 23 जून पंजाब सरकार के कर्मचारी छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ बुधवार से पांच दिन की हड़ताल पर चले गये, वहीं विपक्षी शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस सरकार पर कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
राज्य सरकार के कर्मचारियों की संयुक्त कार्य समिति के संयोजक सुखचैन खेड़ा ने कहा कि अधीक्षकों और लिपिक कर्मी समेत सरकारी कर्मचारी 27 जून तक पूरी तरह हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि वेतन आयोग की सिफारिशें उन्हें स्वीकार्य नहीं हैं।
पंजाब सरकार ने पिछले सप्ताह अपने छठे वेतन आयोग की अधिकतर सिफारिशों को एक जनवरी, 2016 के प्रभाव से लागू करने का फैसला किया था। इससे पांच लाख से अधिक सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। नये वेतनमान के तहत वेतन और पेंशन का भुगतान एक जुलाई से शुरू होगा।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने वेतनवृद्धि की गणना के लिए इस्तेमाल फॉर्मूले पर आपत्ति जताई। खेड़ा ने कहा, ‘‘हम मांग कर रहे हैं कि वेतन में 2.74 गुणा वृद्धि होनी चाहिए।’’
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को बताना चाहिए कि अनेक श्रेणियों के कर्मचारियों के भत्ते क्यों रोक दिये गये हैं।
उन्होंने वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को तत्काल बर्खास्त करने की भी मांग की।
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