मुंबई, 20 दिसम्बर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि वह केन्द्र के साथ बातचीत के माध्यम से मुंबई में कांजुरमार्ग मेट्रो कार शेड भूमि मुद्दे का समाधान करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए ‘‘अहं का मुद्दा’’ नहीं है।
राज्य के लोगों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य में अगले छह महीनों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है और उन्होंने लोगों से नववर्ष के जश्न के दौरान सतर्क रहने के लिए कहा।
कांजुरमार्ग मेट्रो कार शेड भूमि विवाद पर बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर राज्य के खिलाफ अदालत का रुख किया।
उन्होंने राज्य में विपक्षी दल भाजपा को लोगों के हित में इस मुद्दे के समाधान के लिए बातचीत के वास्ते आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘एक-दूसरे की परियोजनाओं को पटरी से उतारने से किसी उद्देश्य की पूर्ति नहीं होगी---कांजुरमार्ग कार शेड भूमि विवाद नागरिकों के हित में नहीं है। मैं परियोजना के लिये विपक्ष को श्रेय देने को तैयार हूं---यह मेरे लिये अहं का मुद्दा नहीं है, जैसा कि बताया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास यह साबित करने के लिए सभी दस्तावेज हैं कि जमीन राज्य सरकार की है। यदि भूमि के स्वामित्व को लेकर कोई विवाद है, तो बातचीत के माध्यम से मुद्दे का हल किया जा सकता है।’’
उन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘क्या स्वामित्व के मुद्दों के कारण भूमि पर अधिकार छोड़ देना चाहिए और क्या इसे बिल्डरों को दे दिया जाना चाहिए?’’
बम्बई उच्च न्यायालय ने मेट्रो कार शेड के निर्माण के लिए मुंबई के कांजुरमार्ग इलाके में 102 एकड़ भूमि आवंटित करने के मुंबई उपनगर के जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश पर बुधवार को रोक लगा दी थी।
मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की पीठ ने उक्त जमीन पर किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी थी।
मेट्रो कार शेड के निर्माण के लिए राज्य द्वारा चिह्नित जमीन के मालिकाना हक को लेकर केंद्र और शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार के बीच तकरार चल रही है।
केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर कार शेड के लिए जमीन आवंटित करने के जिलाधिकारी के एक अक्टूबर के आदेश को चुनौती दी थी और कहा कि यह जमीन उसके (केंद्र के) नमक विभाग की है।
ठाकरे ने कहा कि 30 हेक्टेयर में फैली आरे कार शेड सिर्फ मेट्रो लाइन तीन के लिए थी, जबकि 40 हेक्टेयर में फैली कांजुरमार्ग भूमि का उपयोग मेट्रो लाइन--तीन, चार और छह के लिए कार शेड के वास्ते किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विरोध के बावजूद यहां बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में "सबसे महंगी" जमीन केंद्र सरकार की बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए दी गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अवरोध पैदा नहीं किया। यदि आप कांजुरमार्ग में समस्याएं पैदा करते हैं और हम बीकेसी में करते हैं, तो एक दूसरे की परियोजनाओं में समस्याएं पैदा करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा।’’
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि रोकथाम इलाज से बेहतर है।
उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना कम से कम छह महीने के लिए एक आदत बना लेनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ रात्रिकालीन कर्फ्यू या एक और लॉकडाउन लगाने के पक्ष में हैं लेकिन वह इन कदमों के पक्ष में नहीं है।
ठाकरे ने दावा किया कि राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से नववर्ष के जश्न के दौरान सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि जो लोग सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं, उन्हें यह पता होना चाहिए कि वे अन्य लोगों के जीवन को भी खतरे में डालते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है लेकिन स्कूलों को फिर से खोलना एक समस्या है।
उन्हें अहंकारी कहने के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा कि उनमें ‘‘मुंबई और महाराष्ट्र के कल्याण के लिए अहंकार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारें आती हैं और जाती हैं, लेकिन विकास लोगों और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए है।
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