Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है। भारतीय सेना के ऑपरेशन अकाल के तहत नौ दिनों से आतंकियों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतारा जा रहा है। जिले में शनिवार को रात भर चली गोलीबारी में कम से कम दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। यह घाटी में सबसे लंबे आतंकवाद-रोधी अभियानों में से एक था।
सेना की चिनार कोर ने पुष्टि की है कि दो जवान शहीद हो गए हैं और उनकी पहचान लांस/नायक प्रीतपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के रूप में हुई है।
चिनार कोर ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, "उनका साहस और समर्पण हमें हमेशा प्रेरित करेगा। #भारतीयसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है। ऑपरेशन जारी है।"
अभियान शुरू होने के बाद से अब तक ग्यारह सुरक्षाकर्मी घायल हो चुके हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभियान अभी भी जारी है और आगे की जानकारी का इंतज़ार है।
दक्षिण कश्मीर ज़िले के अखल में एक वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू करने के बाद 1 अगस्त को शुरू हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए हैं।
चल रहे इस संयुक्त अभियान को 'ऑपरेशन अखल' नाम दिया गया है और इसे क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने के बाद शुरू किया गया था। ड्रोन और हेलीकॉप्टर जंगली इलाकों में आतंकवादियों पर नज़र रख रहे हैं, जबकि पैरा कमांडो छिपे हुए आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने में मदद कर रहे हैं।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस अभियान की निगरानी जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख नलिन प्रभात और सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा सहित वरिष्ठ पुलिस और सेना के अधिकारी कर रहे हैं।