नई दिल्ली, 13 अगस्त: लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी का 89 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ। 13 अगस्त को उन्होंने कोलकता के प्राइवेट अस्पताल में आखिरी सांसें लीं। पिछले कुछ दिनों से उनकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। उन्हें कोलकता के अस्पताल में 10 अगस्त से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।
असम में हुआ था जन्म
सोमनाथ चटर्जी का जन्म 1929 में तेजपुर, असम में हुआ था। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के पिता निर्मल चंद्र चटर्जी जानेमाने एडवोकेट और कोलकाता हाई कोर्ट के जज भी रहे थे। चटर्जी ने स्कूली शिक्षा मित्रा इंस्टीट्यूशन स्कूल से किया। इन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से 1952 से बीए किया और 1957 एमए किया। सोमनाथ चटर्जी को 2007 में कॉलेज द्वारा मानद फैलोशिप से सम्मानित किया गया था।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
सोमनाथ चटर्जी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) से 1968 में की थी। वह सीपीएम के साथ 2008 तक जुड़े रहे।
10 बार बने सांसद
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के नाम सबसे लंबे समय तक सांसद रहने का रिकॉर्ड है। 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए। 1971 से 2009 तक लोकसभा सांसद रहे थे। इन्हें 1996 में उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार ( Outstanding Parliamentarian Award) से भी नवाजा गया था।
सीपीएम ने पार्टी से निकाल दिया
वर्ष 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु समझौता विधेयक के विरोध में सीपीएम ने तत्कालीन मनमोहन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। तब सोमनाथ चटर्जी लोकसभा अध्यक्ष थे। पार्टी ने उन्हें स्पीकर पद छोड़ देने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद सीपीएम ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। वह 2004 से 2009 के बीच लोकसभा के अध्यक्ष रहे थे।
जब ममता बनर्जी से हार गए चुनाव
अपने करीब चार दशक लम्बे राजनीतिक जीवन में चटर्जी को केवल एक बार लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। साल 1984 में जादवपुर सीट से उन्हें ममता बनर्जी ने हरा दिया था।
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