नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ई़़डी) ने चीनी स्मार्टफोन निर्माता शाओमी (Xiaomi) के इस दावे को खारिज कर दिया है कि उसके अधिकारियों ने कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों को हिंसा की धमकी दी थी। ईडी ने इसे 'निराधार' बताया है। प्रवर्तन निदेशालय ने शाओमी के उन दावों को भी खारिज कर दिया कि जिनमें कंपनी ने कहा था कि ईडी ने उसके भारतीय कर्मचारियों के बयान 'जबरदस्ती के तहत' दर्ज किए गए थे।
शनिवार को जारी एक बयान में प्रवर्तन निदेशालय ने जोर देकर कहा कि यह 'मजबूत कार्य नैतिकता के साथ एक पेशेवर एजेंसी है, और किसी भी समय कंपनी के अधिकारियों के लिए कोई जबरदस्ती या धमकी नहीं थी'।
समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा एजेंसी के हवाले से कहा गया, "शाओमी इंडिया के अधिकारियों के आरोपों को ईडी द्वारा जबरदस्ती के तहत लिया गया था, जो असत्य और निराधार है। शाओमी इंडिया के अधिकारियों ने फेमा (FEMA) के तहत स्वेच्छा से विभिन्न अवसरों पर ईडी के समक्ष अपने बयानों को स्वेच्छा से पेश किया।"
आपको बता दें कि स्मार्टफोन बनाने वाली चीनी कंपनी शाओमी कॉर्पोरेशन ने आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय ने उसके वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ के दौरान 'मारपीट की धमकी' दी। कोर्ट में दायर किए गए दस्तावेजों के हवाले से ये रिपोर्ट सामने आई है।
पिछले दिनों ईडी ने शाओमी इंडिया के खिलाफ फेमा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, (फेमा) 1999 के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए कंपनी के बैंक खातों में पड़े करोड़ों रुपये जब्त कर लिए थे। ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि फेमा के तहत शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खातों में जमा 5551.27 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं।