Congress leader Alamgir Alam: झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम अरेस्ट, ईडी ने 37 करोड़ किए थे जब्त
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 15, 2024 06:33 PM2024-05-15T18:33:03+5:302024-05-15T19:03:24+5:30
Congress leader Alamgir Alam: झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए।
Congress leader Alamgir Alam: झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम पर शिकंजा कस दिया गया। 37 करोड़ को लेकर ईडी ने मामला दर्ज किया था। ईडी ने आलम को उनके पीएस संजीव लाल के घरेलू नौकर से भारी नकदी बरामदगी के मामले में गिरफ्तार किया है। आलम से ईडी ने कल 9 घंटे की पूछताछ किया था। राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलम अपराह्न करीब 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे थे। ईडी ने पिछले सप्ताह आलम के निजी सचिव और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल (52) और घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को उनसे जुड़े एक फ्लैट से 37 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया था।
ED arrests Jharkhand Minister and Congress leader Alamgir Alam in connection with a huge cash recovery from the household help of his PS Sanjeev Lal. pic.twitter.com/0GxcZkrmc1
— ANI (@ANI) May 15, 2024
मंत्री को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए मंगलवार को रांची में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया था। धनशोधन की जांच राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है।
ईडी ने लगभग 36.75 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है, क्योंकि एजेंसी ने पिछले मंगलवार को एक ठेकेदार के परिसर से 1.5 करोड़ रुपये के अलावा लाल के ठिकाने से 10.05 लाख रुपये सहित अन्य स्थानों से लगभग तीन करोड़ रुपये जब्त किए थे। सितंबर 2020 का धन शोधन मामला राज्य ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा दर्ज मामले और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा मार्च 2023 में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।
ईडी ने राम को पिछले साल गिरफ्तार किया था। ईडी ने दावा किया है कि राम निविदा आवंटन समेत अन्य संबंधित कार्यों के लिए ‘‘कमीशन इकट्ठा’’ करते थे और 1.5 प्रतिशत का यह कमीशन उनके वरिष्ठों और राजनेताओं के बीच ‘‘वितरित’’ किया जाता था। ईडी ने अदालत के समक्ष आरोप लगाया था कि राम ने सितंबर 2022 में लाल को ‘कमीशन’ की रकम सौंपी थी।