नयी दिल्ली, 16 सितंबर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार 2020 में सांप्रदायिक या धार्मिक दंगों के मामले 2019 की तुलना में लगभग दोगुने हो गए जबकि देश में पिछले साल कोविड-19 महामारी संबंधी प्रतिबंधों की वजह से बाहरी गतिविधियां ‘बेहद सीमित’ थीं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया कि देश में 2020 में सांप्रदायिक और धार्मिक दंगों के 857 मामले दर्ज किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार 2019 में ऐसे मामलों की संख्या राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 438 थी जबकि 2018 में ऐसे मामलों की संख्या 512 थी।
रिपोर्ट में एनसीआरबी ने कहा कि कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान 25 मार्च, 2020 से 31 मई 2020 तक देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू था और इस अवधि में सार्वजनिक स्थलों पर आवाजाही ‘बेहद सीमित’ थी। देश में पिछले साल जनवरी और फरवरी में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर कई प्रदर्शन हुए और उत्तरपूर्वी दिल्ली में दंगे हुए।
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