Boycott Maldives: नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हलिया लक्षद्वीप दौरे के बाद इस भारतीय द्वीप की तुलना मालदीव से होना शुरू हुई। बहुत सारे लोगों ने कहा कि हमें घूमने-फिरने के लिए मालदीव जैसी महंगी जगहों के बजाय लक्षद्वीप जाना चाहिए। इससे देश में पर्यटन का विकास भी होगा। सोशल मीडिया पर चलाई गई ये मुहिम मालदीव के कुछ नेताओं को अच्छी नहीं लगी। सोशल मीडिया पर मालदीव के कुछ नेताओं ने भारत को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। इसके बाद भारत में बॉयकॉट मालदीव ट्रेंड करने लगा।
इस कड़ी में एक बड़ा कदम देखा गया जब ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी 'ईज़ माई ट्रिप' ने मालदीव जाने वाली उड़ानों की सारी बुकिंग सस्पेंड करने का एलान किया। कंपनी के सह संस्थापक और सीईओ निशांत पिट्टी ने एक्स पर इस बड़े कदम की घोषणा करते हुए लिखा कि "अपने देश के साथ एकजुटता दिखाते हुए Ease My Trip ने मालदीव की सभी उड़ानों की बुकिंग सस्पेंड कर दी है।"
निशांत पिट्टी ने ये बात प्रशांत पिट्टी के एक पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखी। प्रशांत पिट्टी 'ईज़ माई ट्रिप' के अन्य सह संस्थापक हैं और निशांत पिट्टी के भाई भी हैं। निशांत पिट्टी ने अपने एक्स पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी, पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टैग किया है।
बता दें कि बीते दिनों में ये मामला अचानक से काफी बड़ा हो गया है। मालदीव के सत्ताधारी दल तीन नेताओं द्वारा भारत और पीएम मोदी के बारे में अनाप-शनाप टिप्पणियों के बाद मालदीव सरकार को बयान जारी करना पड़ा। 8 जनवरी की सुबह मालदीव के दूत इब्राहिम शाहीब दिल्ली के साउथ ब्लॉक में विदेश मंत्रालय भी पहुंचे थे। पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के सांसद की पोस्ट पर विवाद के बीच वह मंत्रालय पहुंचे थे।
इस मामले के लेकर भारत की जानी मानी हस्तियों के बीच भी गुस्सा देखा गया। अक्षय कुमार ने एक्स पर लिखा, "मालदीव की प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों द्वारा भारतीयों पर घृणित और नस्लवादी टिप्पणियाँ की गईं। आश्चर्य है कि वे ऐसा उस देश में कर रहे हैं जो उन्हें सबसे अधिक संख्या में पर्यटक भेजता है। हम अपने पड़ोसियों के प्रति अच्छे हैं लेकिन हमें ऐसी अकारण नफरत क्यों बर्दाश्त करनी चाहिए? मैंने कई बार मालदीव का दौरा किया है और हमेशा इसकी प्रशंसा की है, लेकिन गरिमा पहले है। आइए हम भारतीय द्वीपों का अन्वेषण करने का निर्णय लें और अपने स्वयं के पर्यटन का समर्थन करें।"