27 नवंबर को हर साल 'विश्व पर्यटन दिवस' मनाया जाता है। वर्ल्ड टूरिजम डे मनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण पर्यटन को बढ़ावा देना है। हर देश चाहता है कि पर्यटन के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोग उसके देख की सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्यों को जानें। लोगों को पर्यटन का महत्व समझाने के लिए इसे एक दिवस के रूप में मनाने की शुरुआती की गई थी। Read More
टूरिस्टों की बात करें तो डल झील के बाद कश्मीर की पहचान बनने वाले ट्यूलिप गार्डन में आने वालों की संख्या भी गर्मी की ऐसी तैसी कर रही है। पिछले महीने की 23 तारीख को इसे पर्यटकों के लिए खोला गया था। पिछले 12 दिनों में पौने तीन लाख पर्यटकों ने ट्यूलिप के ...
विश्व प्रसिद्ध डल झील के किनारे जबरवान पहाड़ी की तलहटी में आबाद इस ट्यूलिप गार्डन में फूल खिलना शुरू हो गए हैं। गौरतलब है कि 30 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले गार्डन में लोग इस वर्ष 100 से अधिक प्रजातियों के 40 लाख ट्यूलिप का दीदार करेंगे। ...
विश्व प्रसिद्ध डल झील के किनारे जब्रवान पहाड़ी की तलहटी में आबाद इस ट्यूलिप गार्डन में फूल खिलना शुरू हो गए हैं। गौरतलब है कि 30 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले गार्डन में लोग इस वर्ष 100 से अधिक प्रजातियों के 40 लाख ट्यूलिप का दीदार करेंगे। ...
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि अधिकतर एक्सपर्ट्स का मानना है कि उन्हें साल 2024 तक पर्यटन के महामारी के पहले के स्तर पर लौटने की उम्मीद नहीं है। ...
धारा 370 हटाने और कोरोना पाबंदियों के चलते कई वर्षों के बाद कश्मीर में आई बहार कश्मीरियों को खुशी जरूर दे रही थी। आने वालों का सिलसिला थमा नहीं है। ...
कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक ओमीक्रोन वैरिएंट लद्दाख में भी पहुंच गया है। लेह जिले में बढ़ रहे संक्रमण और ओमीक्रोन मामले की पुष्टि के बाद प्रशासन ने विंटर टूरिज्म गतिविधियों पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। ...
अब जबकि सख्त कोरोना पाबंदियां एक बार फिर लागू की जाने लगी हैं और कश्मीर के कई स्थानों पर रेड जोन बनाए जाने लगे हैं, कश्मीरी उदास व चिंतित होने लगे हैं। ...