Bihar Politics News: नवरात्र के समय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के मछली खाते हुए वीडियो डालने से सियासी बबाल मचा हुआ है। ऐसे में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोग सनातन के संतान बनते हैं तो उन्हें सनातन का संस्कार भी अपनाना चाहिए, लेकिन वे अपना नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि खान पान पर मुझे आपत्ति नहीं है, लेकिन पवित्र माह सावन में भी मटन बनाना, खाना और खिलाना। नवरात्र के मौके पर आप मछली खाते वीडियो को शेयर कर क्या दिखलाना चाहते हैं?
विजय सिन्हा ने सवाल करते हुए कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति, वोट के लिए इतनी गिरावट, अपने धर्म, समाज, राष्ट्र और अपने संस्कार पर गर्व महसूस होना चाहिए, उसको लज्जित करना कहीं से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का मतलब यह कभी नहीं हो सकता है कि अपने धर्म का अपमान करें, अपने लोगों को हतोत्साहित करें। ये मानसिकता कभी किसी को लाभ नहीं देता।
अब तुष्टिकरण की राजनीति अब देश में नहीं चलेगी। विजय सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री साफ कर चुके है कि अब संतुष्टि करण चलेगा, सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान होगा। वहीं, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि तेजस्वी जी सीजनल सनातनी हैं, तुष्टिकरण के पोषक हैं। जब इनकी सरकार थी तो वोट की खातिर इनके पिताजी ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को अवैध तरीके से बसाया।
ऐसे लोग आए थे। ये वोट के सौदागर हैं, ना कि सनातनी पुजारी हैं। ये सनातन का लबादा ओढ़कर तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। वहीं, जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि तेजस्वी यादव एक तरफ तिरुपति बालाजी की तस्वीर दिखाकर सनातन संस्कृति को मानने का ढोंग और दूसरी तरफ नवरात्र के समय मांस खाना, ये बताता है कि इनकी नीति दोहरी है और जनता ऐसे नेताओं पर भरोसा नहीं करती है।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर मिथिलांचल का प्रसिद्ध मछली खाते हुए वीडियो साझा किया है। वीडियो में उनके साथ वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद थे। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ''चुनावी भागदौड़ एवं व्यस्तता के बीच हेलीकॉप्टर में भोजन।"
वीडियो में वो हेलीकॉप्टर में वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के साथ भोजन करते हुए नजर आ रहे हैं। लंच के दौरान तेजस्वी और सहनी मछली खाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में तेजस्वी को कहते सुना जा सकता है कि चुनावी माहौल की बीच उन्हें खाने के लिए जो 10-15 मिनट मिलते हैं, उसी में वो खाना खाते हैं।