Bihar Teacher Recruitment 2023: बिहार में शिक्षकों नियुक्ति में सरकार पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि आपसे तो अच्छे बड़े भाई थे, जिन्होंने जमीन लेकर ही सही बिहार के लोगों को नौकरी तो दे दी।
दरअसल, बिहार में शिक्षकों की बहाली के लिए सरकार ने करीब 1.70 लाख पदों पर भर्ती निकाली थी। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए थे लेकिन सिर्फ 1.22 लाख पद ही भरे जा सके हैं। आगामी दो नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी गांधी मैदान में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।
हालांकि एनडीए में शामिल दल शिक्षक बहाली में बड़े घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। खासकर जीतन राम मांझी पिछले कुछ दिनों से शिक्षक बहाली को लेकर सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। उन्होंने एक बार फिर शिक्षक बहाली में बिहार के युवाओं के बदले यूपी के अभ्यर्थियों को जगह दिए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है।
इसको लेकर उन्होंने लालू और नीतीश पर एकसाथ तीखा तंज किया है। मांझी ने एक्स पर लिखा कि दुनिया को ज्ञान का प्रकाश देने वाले गया जिले फतेहपुर में सरकार को बिहारी अभ्यर्थी ही नहीं मिले इसलिए यहां के बच्चों को पढाने के लिए शिक्षक इम्पोर्ट करके लाए गए हैं। आपसे अच्छे तो बडे भाई थे, जमीन लेकर ही सही पर नौकरी तो बिहारियों को दी, आप भी नौकरी यहीं को लोगों को बेच देतें’।
इससे पहले मांझी ने कहा था कि बिहार के पढे लिखे युवा दुसरे राज्यों में मजदूरी करे और बिहारियों के हिस्से की सरकारी नौकरी आप बेच दें “लैंड फॉर जॉब” और “मनी फॉर जॉब” के तहत। “बिहारी नौकरियों पर पहला अधिकार मांगें बिहारी बेरोज़गार” “वोट दें बिहारी, नौकरी पाएं बाहरी” यह नहीं चलेगा। “सूबे में डोमिसाइल नीति लागू हो"।
बिहार में शिक्षक बहाली को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश-तेजस्वी सरकार पर लगाया युवाओं को छलने का आरोप
बिहार में बीपीएससी के द्वारा की गई शिक्षक बहाली को लेकर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां सरकार इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बता रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का आरोप लगा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बाद अब राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी कहा है कि नीतीश-तेजस्वी की सरकार ने बिहार के युवाओं के साथ बड़ा धोखा किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे बिहार सरकार ने राज्य के नौजवानों के साथ मजाक किया है।
तेजस्वी यादव जब बिहार के उपमुख्यमंत्री नहीं थे तब बहुत घोषणा कर रहे थे उनकी सरकार आएगी तो बिहार में डोमिसाइल नीति लागू करेंगे और बिहार के युवाओं को नौकरी मिले इसको सुनिश्चित करेंगे। बिहार में अब उनकी सरकार है, लेकिन जो पहले से थोड़ी सी सुरक्षा थी राज्य के नौजवानों के लिए उसे भी समाप्त कर के ओपन फॉर ऑल कर दिया गया।
जिसका नतीजा हुआ कि बिहार के युवाओं की बड़े पैमाने पर हकमारी हो गई और पड़ोसी राज्य के युवा यहां आकर नौकरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार ने पूरी तरह से राज्य के युवाओं के साथ खिलवाड़ किया है। जिस तरह से शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आया है।
बिहार के नौजवानों और शिक्षक अभ्यर्थियों के मन में परेशानी दिख रही है। सरकार आनन-फानन में काम करती है तो नजीता यही होता है। इतना ही नहीं बहुत सारे लोग जो पहले से नौकरी कर रहे हैं उनके फिर से नियुक्ति पत्र देकर सरकार दिखावा करना चाहती है। ऐसे हालात में बिहार की सरकार पूरे अराजक माहौल में चल रही है।