भारत में कोरोना वैक्सीन की दूसरी लहर जहां थम रही है, वहीं ब्रिटेन में कोविड-19 महामारी के मामले एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। डेल्टा वेरिएंट के कारण ब्रिटेन में दैनिक संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। करीब पांच महीने के बाद देश में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 22 हजार 868 मामले सामने आए हैं। इससे पहले 30 जनवरी को ब्रिटेन में एक दिन में 23 हजार 138 मामले सामने आए थे।
ब्रिटेन में कोरोना डेल्टा वेरिएंट के का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। जिसके चलते पाबंदियों को 19 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 19 जुलाई से पहले पाबंदियों में ढील देने से इनकार कर दिया है। वैश्विक स्तर पर सबसे पहले भारत में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट पाया गया था। माना जा रहा है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के लिए यही वेरिएंट जिम्मेदार था।
दूसरी ओर रूस भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से जूझ रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक रूस में पिछले 24 घंटे के दौरान 20 हजार 616 मामले सामने आए हैं। रूस में भी डेल्टा वेरिएंट के कारण मामले बढ़ रहे हैं। एक दिन पहले रूस में दैनिक संक्रमण के 21 हजार 650 मामले रिकॉर्ड किए गए थे।
डेल्टा वेरिएंट के मामले दोगुने हुए
फ्रांस भी डेल्टा वायरस से अछूता नहीं है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री का दावा है कि बीते हफ्ते में सामने आए कुल मामलों में से करीब 20 फीसद मामले डेल्टा वेरिएंट के थे। जबकि इससे पहले के हफ्ते में डेल्टा वेरिएंट के मामले सिर्फ 10 फीसद थे। दो हफ्ते में डेल्टा वेरिएंट के मामले दो गुने होने से देश में चिंता है।
ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में लॉकडाउन
यूरोपीय देशों के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में भी डेल्टा वेरिएंट पहुंच चुका है और इसके कारण देश के कई शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। ब्रिसबेन और आसपान के इलाकों में बढ़ते मामलों के कारण तीन दिन का लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं पर्थ और डार्विन में चार दिनों के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं। वहीं अकेले सिडनी में डेल्टा वेरिएंट के 150 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जिसके कारण यहां पर नौ जुलाई तक लॉकडाउन है।