सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार द्वारा गठित राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट की पहली बैठक आज दिल्ली में होगी. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक दिल्ली में ग्रेटर कैलाश-1 स्थित इसके ऑफिस में ही होगी. इस बैठक में यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और प्रिसिंपल सेक्रेट्रेरी होम अवनीश कुमार अवस्थी भी शामिल होंगे. इस बैठक में मंदिर निर्माण के मुहूर्त सहित कई विषयों पर विचार किया जा सकता है. संभावना है कि रामनवमी यानि 2 अप्रैल को मंदिर निर्माण की तारीख का एलान हो सकता है. भूमि पूजन 25 मार्च से 8 अप्रैल के बीच होने की संभावना है लेकिन निर्माण कार्य शुरू करने में अभी वक्त लग सकता है. बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को भी बुलाया गया है जिससे कयास लगाया जा रहा है कि उन्हें भी ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता है. महंत नृत्यगोपाल दास मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट में शामिल होने के दावेदार थे लेकिन 5 फरवरी को ट्रस्ट की पहली लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था. भाजपा ने तब नाराज मंहत नृत्य गोपाल दास को मनाने के लिए अयोध्या से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और अयोध्या महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा को मणि रामदास मंदिर भेजा. हालांकि संतों ने नेताओं को प्रवेश ही नहीं दिया जिसके बाद उन्हें बैरंग लौटना पड़ा था.इस बैठक में उस सुझाव के बारे में चर्चा हो सकती हैं कि क्या मंदिर निर्माण के लिए क्या आम जनता से सहयोग राशि ली जानी चाहिए या नहीं. ट्रस्ट की बैठक में शिलान्यास के मुहूर्त से लेकर निर्माण पूर्ण होने के लिए समयसीमा तय करने के मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है. इसमें पारदर्शी तरीकों पर खास तौर पर ध्यान दिया जायेगा ताकि भविष्य में किसी तरह के विवाद से बचा जा सके. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट इसमें मंदिर के निर्माण के दौरान रामलला के रखने के जगह को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है. खबर है कि बैठक में ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारियों के बारे में भी चर्चा की जा सकती है . राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर 5 फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का एलान किया था. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी हैं जिनमें से एक दलित समाज से हैं. ट्रस्ट बनते ही अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ को पहला दान एक रुपये नकद में मिला था ये दान ट्रस्ट को गृह मंत्रालय में अवर सचिव डी. मुर्मू ने दिया था. ट्रस्ट अचल संपत्ति समेत बिना किसी शर्त के किसी भी व्यक्ति से किसी भी रूप में दान, अनुदान, अंशदान, योगदान ले सकता है. ट्रस्ट वरिष्ठ वकील और केस में पैरोकार रहे के. परासरण के घर के पते पर ट्रस्ट का ऑफिस बनाया गया. बाद में इसका स्थायी कार्यालय खोला जाएगा।