'खूनी' शबनम की फांसी में देरी क्यों?Shabnam Hanging Case: अमरोहा में बावनखेड़ी हत्याकांड की दोषी शबनम की फांसी एक बार फिर टल गई है। अमरोहा की कोर्ट ने कातिल शबनम का ब्यौरा मांगा था लेकिन उसके अधिवक्ता की ओर से राज्यपाल को दया याचिका दाखिल कर दी गई। फिर से दया याचिका दाखिल होने के कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो सकी है। शबनम की फांसी को लेकर मंगलवार को अमरोहा की कोर्ट में सुनवाई हुई। पहले ही माना जा रहा था कि कोर्ट में शबनम की रिपोर्ट सौंपी जाएगी और अगर इस रिपोर्ट में कोई याचिका लंबित नहीं पाई गई तो शबनम की फांसी की तारीख तय की जा सकती है। शबनम के वकील ने कुछ दिन पहले ही फिर से दया याचिका के लिए राज्यपाल से गुहार लगाते हुए जिला जेल रामपुर प्रशासन को प्रार्थनापत्र सौंपा था। आज सुनवाई में इसी का जिक्र आया। इसके कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो सकी।बता दें कि पिछले हफ्ते रामपुर जेल में अपने 12 साल के बेटे से मिलकर शबनम फूट-फूटकर रो पड़ी और खुद को निर्दोष बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। शबनम के बेटे की परवरिश कर रहे उस्मानी सैफी ने बताया कि रामपुर जेल में जब उसने शबनम से पूछा की क्या उसने यह गुनाह किया है तो उसने इनकार कर दिया और सीबीआई जांच की बात कही। शबनम ने बेटे ताज से कहा कि वह उसकी परछाई से भी दूर रहे और पढ़-लिखकर अच्छा इंसान बने।