केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान संगठनों ने दिल्ली से सटे तमाम बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड निकाली। पहले से ही निर्धारित रुट से ट्रैक्टर परेड रैली शांतिपूर्ण निकाली जानी थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, किसानों की ट्रैक्टर रैली निकली जरूर लेकिन भारी संघर्षों के बीच.. दिल्ली में और दिल्ली से सटे तमामे इलाके में प्रदर्शनकारी किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच बेहद तनाव पूर्ण स्थिति देखने को मिली। कई जगह पथराव की स्थिति बनीं तो कई जगह तोड़फोड़ और आंसू गैस छोड़े गये। और भी हालात बेकाबू तब हुए जब प्रदर्शनकारियों का हुजूम लाल किले में दाखिल होकर यहां की प्राचीर से झंडा फहरा दिया। कईयों को गंभीर रूप से चोटें लगी और चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल छाया रहा.. इन सब के बीच एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर किसान टैक्ट्रर रैली में भड़की हिंसा का जिम्मेदार कौन है? पुलिस, सरकार या कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान प्रदर्शनकारी...