जब मैं राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पहुंचा तो दोपहर के 12.30 बज चुके थे। यहीं पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। उनकी अंतिम यात्रा की तैयारियां चल रही थी। तीनों सेना की टुकड़ियां तैनात थी। मुख्यालय के सामने की सड़क पर यातायात पूरी तरह रोक दिया गया था। मेरी नजर सड़क किनारे लगे बोर्ड पर गई। लिखा था- पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग। अटल जी के भाग्य पर मैं मुस्कुरा पड़ा। देखिए अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा पर मेरी ग्राउंड रिपोर्ट...