कनकपुरा रोड पर प्रेस्टीज फाल्कन सिटी एक लक्जरी गेटेड समुदाय है जो बेंगलुरु के जल संकट का खामियाजा भुगत रहा है। संकट ने कई लोगों को अपने वॉशरूम का उपयोग करने के लिए पास के फोरम मॉल में लाइन लगाने के लिए मजबूर कर दिया है। ...
Bengaluru: बेंगलुरु में पानी की कमी के चलते लोगों को हाथ में डिब्बे लेकर लाइन में लगना पड़ा। इस दौरान लोगों के चेहरे पर निराशा साफतौर पर झलक रही थी। चूंकि, इलाके में गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया है। ...
तकनीक के माध्यम से प्रत्येक विभाग में डेटा एकत्र किया जाएगा और जल स्रोतों का मानचित्रण किया जाएगा। बाद में यह तय किया जाएगा कि जल एवं जल स्रोतों को सर्वोत्तम तरीके से कैसे युक्तिसंगत बनाया जाए। ...
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योजना की जानकारी देते हुए कहा, "इन एटीएम के जरिए राष्ट्रीय राजधानी के नागरिकों को आरओ शोधित स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। पहले चरण में कुल 500 एटीएम लगाने की योजना है। ये एटीएम उन झुग्गी-बस्ती वाले क्षेत्रों में लगाए ...
खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार वैश्विक आबादी का लगभग 57 प्रतिशत हिस्सा 2050 तक हर साल कम से कम एक महीने के लिए पानी की कमी का सामना करेगा। यानी कि इससे दुनिया भर में पांच अरब लोग प्रभावित होंगे। ...
स्टॉकहोम जल पुरस्कार के विजेता राजेंद्र सिंह अलवर के तरुण भारत संघ से जब जुड़े उस समय यह संगठन कैंपस में आग के शिकार लोगों की मदद के लिए बनाया गया था। 1984 में संघ का भार पूरी तरह से सिंह के कंधों पर आ गया और यह उनके जीवन का प्रमुख मोड़ था जहां से पर ...