Watch Video: 'पीने के लिए पानी चाहिए', बेंगलुरु में हाथ में डिब्बे लिए लाइन में दिखे लोग, देखें वीडियो
By धीरज मिश्रा | Published: February 25, 2024 02:46 PM2024-02-25T14:46:22+5:302024-02-25T14:48:59+5:30
Bengaluru: बेंगलुरु में पानी की कमी के चलते लोगों को हाथ में डिब्बे लेकर लाइन में लगना पड़ा। इस दौरान लोगों के चेहरे पर निराशा साफतौर पर झलक रही थी। चूंकि, इलाके में गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया है।
Bengaluru: बेंगलुरु में पानी की कमी के चलते लोगों को हाथ में डिब्बे लेकर लाइन में लगना पड़ा। इस दौरान लोगों के चेहरे पर निराशा साफतौर पर झलक रही थी। चूंकि, इलाके में गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया है। इसलिए स्थानीय लोगों को घर के कामकाज के लिए लाइन में लग कर पानी भरना पड़ा। सोशल मीडिया पर भी वीडियो पोस्ट की गई है। हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, पूर्वी बेंगलुरु में पानी की भारी कमी के बीच लोगों को पानी के टैंकरों और जल आपूर्ति स्टेशनों के सामने लंबी कतारों में खड़े देखा गया।
#WATCH | Bengaluru, Karnataka: People in areas like Whitefield, Mahadevpura and RR Nagar face drinking water shortages pic.twitter.com/UvqtKMFZws
— ANI (@ANI) February 25, 2024
कावेरी जल आपूर्ति की कमी और सूखे की स्थिति के कारण बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में गंभीर पेयजल संकट पैदा हो गया। यह तस्वीर शनिवार के साथ रविवार को भी देखने को मिली। पूर्वी बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड, बेलातुर और महादेवपुरा जैसे इलाकों में लोगों को पीने के पानी के लिए जल आपूर्ति स्टेशनों के बाहर पानी के डिब्बे पकड़े देखा गया।
गौर करने वाली बात यह है कि बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) ने पहले ही लोगों से पानी का सावधानी से उपयोग करने के लिए कहा है। इधर, गर्मी का मौसम बस कुछ ही दिन दूर है, इसलिए निवासी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि बेंगलुरु में जल संकट से कैसे निपटा जाए। खबरों के अनुसार बीबीएमपी ने बेंगलुरु के जल संकट से निपटने की योजना की रणनीति बनाने के लिए उच्च-स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की है।
शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश सिंह ने इस बैठक की अध्यक्षता की और मामले की तात्कालिकता पर जोर दिया। सिंह ने नागरिकों को पानी की कमी से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न बीबीएमपी क्षेत्रों में पानी से संबंधित चुनौतियों को तेजी से पहचानने और हल करने के लिए बेंगलुरु जल और सीवेज आपूर्ति बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) के अधिकारियों के साथ सहयोग का आग्रह किया। बीबीएमपी के मुताबिक 1200 से ज्यादा ट्यूबवेल पहले ही सूख चुके हैं।