रक्षाबंधन का शुभ पर्व हर भाई और बहन के लिए बेहद खास होता है। इस दिन हर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उससे सुरक्षा का वचन लेती है। बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई उसकी रक्षा का संकल्प लेता है। रक्षाबन्धन एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी या सलूनो भी कहते हैं। Read More
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार ने कहा कि भारत जैसे आजाद देश में फिल्मों का बहिष्कार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि एक उद्योग के तौर पर सिनेमा भी राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है। ...
राखी में कई आकृतियां उकेरी गई हैं। राखी में ऊपर की ओर अयोध्या के श्रीराम मंदिर के दर्शन हो रहे हैं। बीच में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं। राखी की खास बात यह है कि इसपर काशी विश्वनाथ और महाकाल मंदिर कोरिडोर की प्रतिकृति बनाई गई है। ...
हिंदू पंचांग के अनुसार, भद्राकाल 11 अगस्त 2022 को शाम 5 बजकर 17 मिनट पर भद्रा पुंछ शुरू होकर शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा। फिर 6 बजकर 18 मिनट से भद्रा मुख शुरू होकर रात्रि 8 बजे तक रहेगा। ...
पाकिस्तान से कमर मोहसिन शेख नाम की महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में फतह हासिल करने की दुआ करते हुए रक्षा बंधन पर राखी भेजी है। ...
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त, गुरुवार के दिन सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर उसके अगले दिन 12 अगस्त, शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी। ...
ज्योतिष मान्यता के अनुसार, अगर बहनें अपने भाई को उसकी राशि के अनुसार शुभ रंग की राखी बांधनी हैं तो इससे उन्हें ग्रह दोषों से छुटकारा मिलता है और अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं। ...
इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई में रक्षासूत्र बांधकर उनके सुखी जीवन की कामना करती हैं। वहीं भाई इस रक्षा सूत्र का धर्म निभाते हुए बहन की रक्षा का संकल्प लेते हैं। ...