भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई, 1951 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हुआ था. भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और भारत के वर्तमान गृह मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राजनाथ सिंह सबसे पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी रह चुके थे। पेशे से भौतिकी के व्याख्याता राजनाथ सिंह ने जनता पार्टी से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर विराजमान हुए. Read More
इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले पर गृह मंत्रालय ने संज्ञान लिया है और पुदुच्चेरी की उपराज्यपाल ने अपनी टिप्पणी के लिये गहरा खेद प्रकट किया है। सिंह ने कहा कि जब पुदुच्चेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी से जुड़ा मामला सार्वजनिक हुआ तब गृह ...
17वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने सदस्यों को यह सलाह दी कि उन्हें संसदीय नियमों और प्रक्रियाओं, भारत के संविधान के प्रावधानों, संविधान सभा के वाद-विवादों की जानकारी होनी चाहिए और साथ ही उन्हें सुविख्यात र ...
लोकसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ संसदीय सौंध के मुख्य समिति कक्ष में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम में तीन जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संबोधित करेंगे।’’ उन्होंने बताया कि इसी दिन संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और लोकसभा में कांग्रेस के ने ...
सूत्रों ने बताया कि भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए यह बात कही। बैठक में भाजपा सांसदों ने हाल के लोकसभा चुनाव में पार्टी की अभूतपूर्व जीत पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन किया। ...
वायुसेना के विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाओं में इजाफे से जुड़े एक अन्य पूरक प्रश्न के जवाब में सिंह ने कहा कि उड़ान संबंधी मानकों की निरंतर समीक्षा की जाती है। इनका सख्ती से पालन सुनिश्चित किये जाने के कारण विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की ...
कहा जा रहा है कि इस हार के लिए जिम्मेदार न तो राष्ट्रीय नेतृत्व और न ही प्रादेशिक नेतृत्व जिम्मेदार है, इसके लिए भाजपा के राजनीतिक प्रबंधन से बदला हुआ राजनीतिक माहौल जिम्मेदार रहा है. ...
सदन में मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘रक्षा तैयारी और सेना के जवानों के हित उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।’ उन्होंने कहा कि 40 वर्षों से सेना कर्मी ‘एक रैंक, एक पेंशन’ की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें अंधेरे में रखा गया, गुमराह किया गय ...