उत्तराखंड में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचने वाली भाजपा के अगुवा पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट हारने के बावजूद एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी हासिल कर बाजीगर साबित हुए । धामी (46) के बुधवार 23 मार्च को दूसरी बार शपथ लेने के साथ ही 22 साल पहले अस्तित्व में आए उत्तराखंड में एक और मिथक यह भी टूटेगा कि किसी भी मुख्यमंत्री ने लगातार दो बार अपनी पारी नहीं खेली। Read More
उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के 10 मार्च को घोषित परिणामों में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है। ...
देहरादून के परेड ग्राउंड में हुए भव्य शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने धामी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। ...
देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम कल कैबिनेट की पहली बैठक करेंगे। उसके जरिए हम बहुत सारी जानकारी देंगे। ...
धामी ने मीडिया से कहा, मैं पीएम नरेंद्र मोदी को मुझ पर विश्वास करने और 5 साल तक उत्तराखंड के सीएम के रूप में काम करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। हम राज्य में समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन सहित सभी वादों को पूरा करेंगे। ...
धामी के लिए सीट छोड़ने का जिन्होंने ऐलान किया है उनमें चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर के मोहन सिंह मेहरा, लालकुंआ डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, रूड़की के प्रदीप बत्रा और खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नाम शामिल हैं। ...
उत्तराखंडः नवनिर्वाचित विधायक दल की सोमवार शाम बलबीर रोड स्थित पार्टी प्रदेश मुख्यालय में बैठक के बाद फैसला लिया गया। पुष्कर सिंह धामी हालांकि चुनाव हार गए हैं। ...
सोमवार को होने वाली बैठक में भारतीय जनता पार्टी राजनाथ सिंह, राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी सहित अपने केंद्रीय नेतृत्व को बैठक के लिए भेज सकती है। केंद्रीय स्तर के ये नेता एक दिन पहले या उसी दिन आ सकते हैं। ...