Uttarakhand: पुष्कर सिंह धामी कहां से दोबारा लड़ेंगे चुनाव? सीएम के लिए 5 विधायक अपनी सीट छोड़ने को तैयार
By रुस्तम राणा | Published: March 21, 2022 07:56 PM2022-03-21T19:56:14+5:302022-03-21T20:01:14+5:30
धामी के लिए सीट छोड़ने का जिन्होंने ऐलान किया है उनमें चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर के मोहन सिंह मेहरा, लालकुंआ डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, रूड़की के प्रदीप बत्रा और खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नाम शामिल हैं।
देहरादून: पुष्कर सिंह धामी दोबारा उत्तराखंड राज्य के सीएम होंगे। सोमवार को हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में उन्हें दोबारा से विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद उत्तराखंड के पर्यवेक्षक व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान किया है। अब सवाल है ये है कि धामी को दोबारा से चुनाव में उतरकर विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी। उनके लिए कोई सीट खाली करवाई जाएगी।
धामी के लिए अब तक 5 विधायक कर चुके हैं अपनी सीट छोड़ने की पेशकश
अपने सीएम के लिए अब तक पांच विधायकों ने अपनी सीट को छोड़ने की पेशकश कर दी है, इनमें एक विधायक तो निर्दलीय है। मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट छोड़ने का जिन्होंने ऐलान किया है उनमें चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर के मोहन सिंह मेहरा, लालकुंआ डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, रूड़की के प्रदीप बत्रा और खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नाम शामिल हैं। हालांकि निर्दलीय विधायक ने सशर्त सीट छोड़ने की पेशकश की है और उनकी शर्तों की लिस्ट लंबी है।
अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी से करीब 7 वोटों से हारे धामी
हार के बावजूद भी धामी दोबारा सीएम बनेंगे। मालूम हो कि इस बार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अपनी खटीमा सीट से धामी को कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से पराजय का सामना करना पड़ा है। हालांकि इससे पहले वह दो बार से इसी विधानसभा सीट से विधायक बने थे। इस बार वे धामी को 6951 मतों के अंतर से हारे हैं। एंटी इनकंबेसी के चलते धामी को जहां 40675 वोट मिले तो वहीं कापड़ी को 47626 मत मिले हैं।
बीजेपी ने सीएम धामी के नेतृत्व पर लड़ा था चुनाव
ज्ञात को ही इस बार का चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने सीएम धामी के नेतृत्व में लड़ा था, जिसमें पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। बीजेपी को 70 विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर जीत मिली। उतराखंड के सियासी इतिहास में अब तक ऐसा कोई दल नहीं है जिसने बैक टू बैक जीत दर्ज की है। इसके अलावा पुष्कर सिंह धामी दोबारा बैक टू बैक सीएम बनेंगे। हालांकि कांग्रेस के हरीश रावत भी बैक टू बैक सीएम बन चुके हैं लेकिन, उनके कार्यकाल के बीच में राज्य में राष्ट्रपति शासन भी रहा था।