धामी सरकार 2.0 की पहली कैबिनेट बैठक कल, सीएम ने उत्तराखंड को लेकर कही ये बात
By मनाली रस्तोगी | Published: March 23, 2022 04:06 PM2022-03-23T16:06:22+5:302022-03-23T16:08:37+5:30
देहरादून में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम कल कैबिनेट की पहली बैठक करेंगे। उसके जरिए हम बहुत सारी जानकारी देंगे।
देहरादून: पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को लगातार दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री और अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे। वहीं, धामी ने दूसरे कार्यकाल के लिए उत्तराखंड के सीएम के रूप में शपथ लेने के बाद कहा कि कल 24 मार्च को पहली कैबिनेट मीटिंग होगी। आगामी दशक उत्तराखंड का होगा और हम इसे ऐसा करने के लिए दृढ़ हैं। हम अपने राज्य के विकास के लिए आज से काम करना शुरू कर देंगे।
Tomorrow, March 24 we will have our first cabinet meeting...The upcoming decade will be Uttarakhand's, and we are determined to make it so. We'll start working from today for the development of our state: Pushkar Singh Dhami after taking oath as Uttarakhand CM for a second term pic.twitter.com/51QxQP9Tgu
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 23, 2022
बता दें कि आज 46 वर्षीय धामी को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। धामी के साथ आठ अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। इनमें से सतपाल महाराज, गणेश जोशी, धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य भाजपा नीत पूर्ववर्ती सरकारों का भी हिस्सा रहे हैं। वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल सहित तीन नए चेहरों को भी धामी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। मंत्रिमंडल में स्थान पाने वाले दो अन्य नए चेहरे सौरभ बहुगुणा और चंदन रामदास हैं। सौरभ पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र हैं।
उत्तराखंड की 70 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए 10 मार्च को घोषित परिणाम में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत हासिल कर दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने का इतिहास रचा है। हालांकि, ‘उत्तराखंड फिर मांगे, मोदी-धामी की सरकार’ नारे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा की अगुवाई करने वाले धामी स्वयं अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हार गए। इसके बावजूद पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने राज्य में सत्ताय की बागडोर उन्हें थमा कर अपना भरोसा जताया है।