Uttarakhand: हार कर भी जीत गए पुष्कर सिंह धामी, फिर बनेंगे उत्तराखंड के सीएम, उनके राजनीतिक करियर पर एक नजर
By रुस्तम राणा | Published: March 21, 2022 06:26 PM2022-03-21T18:26:30+5:302022-03-21T18:42:41+5:30
सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वे राज्य के अगले सीएम होंगे।
देहरादून: पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड की राजनीति में एक ऐसा चेहरा, जिसने इतिहास रचा। हारने के बावजूद भी धामी दोबारा से उत्तराखंड की सत्ता संभालेंगे। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक में उन्हें दोबारा से विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। उत्तराखंड के नए सीएम की तलाश के लिए ऑब्जरवर बनाए गए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें बधाई दी है और यह कहा है कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि उनकी लीडरशिप में उत्तराखंड विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
धामी को दोबारा किसी सीट से लड़ना होगा चुनाव
अब सवाल है ये है कि सीएम धामी को दोबारा से चुनाव में उतरकर विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी। उनके लिए कोई सीट खाली करवाई जाएगी। मालूम हो कि इस बार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में अपनी खटीमा सीट से धामी को कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से पराजय का सामना करना पड़ा। हालांकि वह दो बार से इसी विधानसभा सीट से विधायक बने थे।
इससे पहले धामी ने 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर ली थी शपथ
इससे पहले पुष्कर सिंह धामी को औपचारिक रूप से उत्तराखंड के 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया था। तीरथ सिंह रावत के द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें राज्य के मुखिया की जिम्मेदारी दी गई थी। अब वह फिर से सीएम पद संभालेंगे।
पिथौरागढ़ जिले के सैन्य परिवार में हुआ था जन्म
पिथौरागढ़ जिले के कनालीचिन्ना में 16 सितंबर 1975 को जन्मे धामी की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। पुष्कर सिंह धामी प्रबंधन में स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने 2002 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उनके पिता एक भूतपूर्व सैनिक हैं और उनकी तीन बहनें हैं।
युवा राजनीति में भी रहे सक्रिय
धामी ने 1990 में पहली बार युवा राजनीति में हिस्सा लेना शुरू किया। 1999 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े रहे। उत्तराखंड बनने के बाद उन्होंने 2002 तक पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर काम किया।
भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे
पुष्कर सिंह धामी भाजपा युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने 2002 से 2008 तक भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया। साथ ही उन्हें आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले नेता के रूप में जाना जाता है।
साफ-सुथरी छवि वाले नेता
धामी को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में महाराष्ट्र व गोआ के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी रह चुके हैं। 45 साल के धामी साफ-सुथरी छवि वाले नेता हैं और किसी भी विवाद में नहीं रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी राह आसान नहीं होगी। वरिष्ठ विधायकों के साथ नौकरशाहां के साथ भी तालमेल बिठाना होगा। वहीं अनुभव की कमी उनके राह में मुश्किलें पैदा कर सकती है।