हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी को ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था। अन्य मान्यताओं के अनुसार इसीदिन भगवान शिव का देवी पार्वती से विवाह हुआ था। वर्ष में 12 शिवरात्रि ...
हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी को ही सृष्टि का प्रारंभ हुआ था। अन्य मान्यताओं के अनुसार इसीदिन भगवान शिव का देवी पार्वती से विवाह हुआ था। इसदिन व्फ्रत और शिवलिं ...
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि महाशिवरात्रि की अर्ध रात्रि भगवान शिव ब्रह्मा जी के अंश से लिंग रूप में प्रकट हुए थे। कई जगहों पर मान्यता है कि इसी दिन भोले नाथ का गौरी माता से विवाह भी हुआ था। पूरे भारत में यह पर्व शिव के जन्मोत्सव के ...
माघ महीन की पूर्णिमा लो हिन्दू धर्म में 'माघी पूर्णिमा' कहा जाता है। इसदिन कई उपाय किए जाते हैं जिससे साधक पापमुक्त हो जाता है। कुछ उपाय साधक को अक्षय पुण्य भी दिलाते हैं। ...
प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस व्रत में साधक दिनभर उपवास करके या फिर एक समय फलाहार का सेवना करके भी व्रत को पूरा कर सकता है। इस व्रत में भगवान शिव की पूजा करने से विभिन्न फलों की प्राप्ति होती है। ...
इस एकादशी को मनुष्य जीवन के सभी पापों को हरने वाली एकादशी बताया जाता है। मान्यता है कि इसदिन व्रत एवं भगवान विष्णु का पूजन करने वाला साधक पाप मुक्त हो जाता है और मोक्ष को पाता है। ...
नर्मदा एक ऐसी पवित्र नदी है जिसके किनारे बैठ बड़े बड़े ऋषि-मुनियों ने तपस्या करके सफलता प्राप्त की। ऋषि अगस्त्य, भृगु, अत्री, भारद्वाज, कौशिक, मार्कंडेय, शांडिल्य, कपिल आदि नाम इसमें शामिल हैं ...
अचला सप्तमी को पौराणिक कथा में सूर्य जयंती के नाम से भी जाना जाता है। माघ महीने की सप्तमी तिथि होने के कारण इसे माघी सप्तमी भी कहा जाता है। यह तित रथ सप्तमी के नाम से भी प्रचलित है। ...