जया एकादशी 16 को, शुभ अवसर पर करें ये महाउपाय, बन जाएंगे सभी रुके हुए काम
By गुलनीत कौर | Published: February 15, 2019 05:28 PM2019-02-15T17:28:40+5:302019-02-15T17:28:40+5:30
इस एकादशी को मनुष्य जीवन के सभी पापों को हरने वाली एकादशी बताया जाता है। मान्यता है कि इसदिन व्रत एवं भगवान विष्णु का पूजन करने वाला साधक पाप मुक्त हो जाता है और मोक्ष को पाता है।
सभी पापों से मुक्ति दिलाने वाली जया एकादशी इस वर्ष 16 फरवरी, 2019 को है। हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक माघ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी मनाई जाती है। इस एकादशी को मनुष्य जीवन के सभी पापों को हरने वाली एकादशी बताया जाता है। मान्यता है कि इसदिन व्रत एवं भगवान विष्णु का पूजन करने वाला साधक पाप मुक्त हो जाता है और मोक्ष को पाता है।
जया एकादशी पर अवश्य करें ये काम:
- एकादशी की सुबह जल्दी उठाकर स्नान करें
- साफ वस्त्र पहनकर पूजा के लिए तैयार हो जाएं
- मुमकिन हो तो पीले रंग के वस्त्र पहनें। शुभ माने जाते हैं
- सपरिवार बैठकर भगवान विष्णु की पूजा करें
- भगवान विष्णु के मंत्र का जपा करें और पूजा एके बाद प्रसाद का भोग लगाएं
- यदि व्रत कर रहे हैं तो इसदिन घर में लहसुन, प्याज का इस्तेमाल ना होने दें
- पूरे दिन केवल फलाहार का सेवन करें
- जया एकादशी के दिन घर में सभी पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करें
जया एकादाशी पर करें ये महाउपाय:
जया एकादशी के दिन यदि आप व्रत नहीं कर रहे हैं तो एक खास उपाय कर सकते हैं। यह एकादशी का महाउपाय कहलाता है जिसका फल शीघ्र ही प्राप्त होता है। उपाय के मुताबिक एकादशी की सुबह जल्दी उठें। पीले रंग के साफ वस्त्र पहनें। 5 सफेद जेनऊ को पीले रंग के पानी में डुबोकर रंग चढ़ा लें।
अब 5 पीले फल भी लें। अब पीले रंग का एक आसन बिछाएं। सामें भगवान विष्णु की तस्वीर या मूर्ति रखें और तुलसी की माला लेकर इस मंत्र का तीन माला जाप करें - ''ओं मनो भगवते वासुदेवाय नमः'' इस मंत्र का तीन माला जाप करने के बाद जेनऊ और फलों को भगवान को अर्पित कर दें। पूजा समाप्त होने के बाद ये जेनऊ और फल मंदिर में चढ़ा दें।