Maha Shivratri 2019: बन रहे दो महासंयोग, इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से होगी शिव कृपा
By गुलनीत कौर | Published: February 27, 2019 03:11 PM2019-02-27T15:11:14+5:302019-02-27T15:11:14+5:30
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार मान्यता है कि महाशिवरात्रि की अर्ध रात्रि भगवान शिव ब्रह्मा जी के अंश से लिंग रूप में प्रकट हुए थे। कई जगहों पर मान्यता है कि इसी दिन भोले नाथ का गौरी माता से विवाह भी हुआ था। पूरे भारत में यह पर्व शिव के जन्मोत्सव के साथ शिव-पार्वती के विवाह की खुशियों के रूप में भी मनाया जाता है।
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 4 मार्च, 2019 को मनाया जाएगा। पंचांग की गणना के अनुसार महाशिवरात्रि 2019 का शुभ मुहूर्त 4 मार्च को शाम 4 बजकर 28 मिनट से शुरू होकर 5 मार्च के शाम 7 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। इस बीच आप कभी भी पूजा करके शिव कृपा पा सकते हैं।
महाशिवरात्रि 2019 महासंयोग
इस वर्ष महाशिवरात्रि पर दो शुभ संयोग बन रहे हैं। इन संयोगों के कारण इस बार की महाशिवरात्रि को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पहला संयोग यह कि महाशिवरात्रि इस बार सोमवार को है। सोमवार का दिन भगवान शिव का ही दिन माना जाता है। जिस वजह से महाशिवरात्रि को बेहद खास माना जा रहा है।
दूसरा संयोग यह कि कई वर्षों के बाद इस साल महाशिवरात्रि पर श्रेष्ठ श्रवण नक्षत्र बन रहा है। यह एक ऐसा नक्षत्र है जिसमें भगवान शिव की उपासना करना बेहद शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस नक्षत्र में शिव पूजा करने से मनोकामना जल्द से जल्द पूरी होती है।
क्यों मनाते हैं महाशिवरात्रि
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव अर्ध रात्रि में ब्रह्मा जी के अंश से लिंग रूप में प्रकट हुए थे। कई जगहों पर मान्यता है कि इसी दिन भोले नाथ का गौरी माता से विवाह भी हुआ था। पूरे भारत में यह पर्व शिव के जन्मोत्सव के साथ शिव-पार्वती के विवाह की खुशियों के रूप में भी मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि व्रत, पूजा महत्व
महाशिवरात्रि के दिन नीलकंठ महादेव के भक्त उनके लिए व्रत रखते हैं। साल में कई शिवरात्रि मनाई जाती हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण महाशिवरात्रि है जो फाल्गुन के महीने में आती है। महाशिवरात्रि पर उनके भक्त 'ओम नम: शिवाय' का जाप करते हैं। इस दिन दूध, दही, घी, चंदन और शहद से शिवलिंग पर लेप किया जाता है।