हिन्दू धर्म में हनुमान जी को भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार के रूप में पूजनीय माना गया है। प्रति वर्ष चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का प्रकटोत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष 18 अप्रैल 2019 को चित्रा नक्षत्र से हनुमान जयंती की तिथि का शुभारम्भ हो ...
हनुमान चालीसा में कुल 40 चौपाइयां हैं और अगर इसका मतलब निकाला जाए तो यह एक आम आदमी का जीवन क्रम होता है। माना जाता है कि तुल़सीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना रामचरित मानस के रचना से पहले ही कर दिया था। ऐसा उन्होंने राम जी को पाने के लिए किया था । ...
चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार हनुमान का जन्म हुआ था। माता अंजनी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया था। हनुमान जी के पिता का नाम केसरी था इसलिए उन्हें केसरी नंदन के नाम से भी जाना जाता है। ...
हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है।हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी के ग्रह, उनकी पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जयंती का यह पर्व पूरे देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...
हनुमान जी का जन्म दो खास नक्षत्रों में हो रहा है। वर्षों बाद इस तरह के ज्योतिष नक्षत्र हनुमाना भक्तों पर विशेष कृपा करने वाले माने जा रहे हैं। इसलिए इस बार हनुमान जयंती पर व्रत और पूजा करने में अधिक लाभ हासिल होगा। ...
18 अप्रैल की रात 9 बजकर 23 मिनट पर चित्रा नक्षत्र के लगते ही हनुमान जयंती की तिथि प्रारंभ हो जाएगी। इस वर्ष हनुमान जयंती पर चित्रा नक्षत्र के साथ गजकेसरी योग भी बन रहा है। ऐसा संयोग वर्षों बाद आया है। ...