उत्तर प्रदेश में स्थित प्रयागराज भारत के प्राचीन शहरों में से एक है। हिंदू धर्म के मुताबिक प्रयागराज एक तीर्थ स्थल है। प्रयागराज से पहले इसका नाम इलाहाबाद था। ऐतिहासिक उल्लेख की बात करें तो इस शहर का इलाहाबाद नाम अकबर ने 1583 में दिया था। साल 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने का ऐलान कर दिया है।दरअसल, गोमुख से इलाहाबाद तक जहां कहीं भी कोई सहायक नदी गंगा से मिलती है उस स्थान को प्रयाग कहा गया है, जैसे- देवप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग आदि। इस तरह जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है उसे प्रयागराज कहा जाएगा। इसे संगम नगरी, कुंभ नगरी और तीर्थराज भी कहा गया है। Read More
प्रयागराज में एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के गौ रक्षा विभाग के जोनल प्रभारी लालमणि तिवारी की शिकायत पर ये मामला दर्ज हुआ है। ...
न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी ने मृतक महिला के पति द्वारा दाखिल पुनर्विचार याचिका खारिज करते हुए यह टिप्पणी की है। याचिकाकर्ता ने वाराणसी के अपर सत्र न्यायाधीश के आदेश को चुनौती दी थी। ...
Mass Murder in Prayagraj । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ही परिवार के 5 लोगों की सामूहिक हत्या का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में क्या है अपडेट देखिए इस वीडियो में. ...
Murder in Prayagraj: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि थरवई थाने की पुलिस को सुबह साढ़े पांच बजे सूचना मिली कि एक घर में चार-पांच लोग मृत अवस्था में मिले हैं। इस सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। ...
थरवई की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘‘आज का अपराधनामा- प्रयागराज में फिर सामूहिक हत्या, एक परिवार के पांच लोगों का गला रेता, शवों को जलाने के लिए घर में लगा दी आग। ...
Prayagraj Murder: मृतकों में 42 वर्षीय राहुल, 38 वर्षीय प्रीति और उनकी तीन बेटियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड घटनास्थल पर पहुंच गया है और पुलिस के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर जाकर छानबीन कर रहे हैं। ...
India-Pakistan cricket match: भारत-पाकिस्तान क्रिेकेट मैच के बाद भारत के खिलाफ और पाकिस्तान के पक्ष में कथित नारे लगाने के आरोप में इन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ...
महाशिवरात्रि के मौके पर लोगों ने प्रयागराज के संगम तट पर पूजा की और स्नान किया। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन यानी फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। ...