राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) एक विशेष बल है, जिसका गठन 'डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट, 2005' के तहत किसी जानलेवा आपदा की स्थिति या आपदा के समय विशेषज्ञ अनुक्रिया सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। NDRF,अर्धसैनिक बलों की भांति संगठित 12 बटालियनों का बल है। इसमें भारत के अर्धसैनिक बलों तथा BSF, CRPF, CISF, ITBP और SSB के सैनिकों को प्रतिनियुक्त किया जाता है। प्राकृतिक आपदाओं पर अनुक्रिया करने की क्षमता के साथ-साथ NDRF की चार टुकडियां रेडियोलॉजिकल, नाभिकीय, जैविक एवं रासायनिक आपदाओं की स्थिति से निपटने में भी समर्थ है। NDRF एक ऐसे सक्रिय एवं बहुअनुशासनिक, बहुकुशल, उच्च तकनीक बल के रूप में कार्य करना है जो सभी प्रकार की प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं से निपट सके और साथ ही आपदाओं के प्रभावों का शमन करने में समर्थ हो। Read More
बालासोर रेल हादसे का पहला अलर्ट एक एनडीआरएफ जवान ने ही बचावकर्मियों को भेजा था। अधिकारियों के अनुसार छुट्टी पर जा रहे एनडीआरएफ जवान वेंकटेश एन. के. खुद कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार थे। ...
चक्रवात मोचा (Mocha) का सबसे अधिक असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में नजर आ सकता है। इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीपसमूहों में आज भारी बारिश के आसार हैं। ...
इस हादसे में फायर ब्रिगेड, पुलिस, टीडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने अभी तक 14 लोगों को बचाया है। यही नहीं इस हादसे में तीन लोगों की जान भी चली गई है। ...
घटना सुबह 10 बजे की बताई जा रही है। पुलिस को मोहम्मद किफयतुल्ला निवासी गुजरात का शव सबसे पहले नदी से मिला। सभी डूबने वाले युवकों की उम्र 30 से 40 वर्ष हैं। ...
पीएम मोदी ने कहा, "भारत में आपदा प्रबंधन से जुड़ी व्यवस्था हमेशा स्थानीय रही है, समाधान और रणनीति भी स्थानीय रही है। सामग्री हो या फिर निर्माण तकनीक, इसको हमें आज की जरूरत और आज की तकनीक से समृद्ध करना है।" ...
जवानों की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि दुनिया में जब भी आपदा आती है भारत पहला मददगार होता है। ऑपरेशन दोस्त से जुड़ी पूरी टीम, एनडीआरएफ हो, आर्मी हो, एयरफोर्स हो या हमारी दूसरी सेवाओं के साथी हों, सभी ने बहुत बेहतरीन काम किया है। ...