नासा का गठन 19 जुलाई 1948 को हुआ था। नेशनल एडवाइजरी कमिटी फॉर एरोनॉटिक्स (एनएसीए) के स्थान पर किया गया था। इस संस्था ने 1 अक्टूबर 1948 से कार्य करना शुरू किया। अमेरिका सरकार की शाखा है जो देश के सार्वजनिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों व एरोनॉटिक्स व एरोस्पेस संशोधन के लिए जिम्मेदार है Read More
हजार किलोग्राम से अधिक वजन वाला रोवर ग्रह पर किसी समय मौजूद रहे सूक्ष्मजीवीय जीवन के चिह्न तलाश करेगा और वहां की जलवायु एवं भूतत्वों की विशेषता का पता लगायेगा। ...
चंद्रयान - 2 के छह सितंबर को चंद्रमा पर उतरने की संभावना है। ऑर्बिटर चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर की दूरी पर उसका चक्कर लगायेगा, जबकि लैंडर (विक्रम) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर आसानी से उतरेगा और रोवर (प्रज्ञान) अपनी जगह पर प्रयोग करेगा। ...
इस साल जनवरी में पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान एक अंतरिक्ष चट्टान 61 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चंद्रमा से टकराई थी। वैज्ञानिकों ने यह जानकारी दी है। प्रेक्षकों ने इस साल 21 जनवरी को पूर्ण चंद्रग्रहण देखने के दौरान चट्टान (उल्कापिंड) के चंद्रम ...
अमेरिका के कार्नेजी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस की जोहाना टेस्के ने कहा, “यह बेहद उत्साहित करने वाला है कि महज एक साल पहले लॉन्च हुआ टीईएसएस ग्रहों की खोज के क्रम में पहले से ही एक जबर्दस्त बदलाव लाने वाला बन गया है।” ...
नासा ने एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में केआईईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की टीम ने ‘‘एआईएए नील आर्मस्ट्रांग बेस्ट डिजाइन अवार्ड’’ जीता जो रोवर चैलेंज की जरुरतों को पूरा करने के लिए बनाई सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों के लिए दिया जाता है। ...
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के चेयरमैन जेम्स ब्रिडेनस्टाइन ने कहा है कि नासा और इसरो के बीच सहयोग बरकरार रहेगा। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले ब्रिडेनस्टाइन ने अंतरिक्ष में मलबा पैदा करने को लेकर भारत के उपग्रह भेदी मिसाइल परीक्षण की आलोचना करते हुए इसे ‘ ...
मेरिकी वैज्ञानिक ने भारत की आलोचना करते वक्त यह नहीं बताया कि अमेरिका, रु स और चीन ने कितने उपग्रह छोड़े हैं और उनका कितना मलबा अंतरिक्ष में पहले से तैर रहा है. ...